विभिन्न थीम पर बने पूजा पण्डालों में स्थापित हुई मां दुर्गा की प्रतिमाएं

ALLAHABAD: कहीं मिसाइल है तो कहीं भव्य महल। कही तिरुपति का मंदिर है तो कहीं लोटस टेंपल। विभिन्न शैलियों व थीम पर सजे पण्डालों में शुक्रवार को जगत जननी विराजमान हुई तो भक्तों की आस्था हिलोरे लेने लगी। इसके साथ ही विशेष दुर्गा पूजा महोत्सव का आगाज भी हो गया। मूर्ति स्थापना के बाद दुर्गा पूजा पंडालों में चंडी पाठ के साथ मां दुर्गा की भव्य आरती उतारी गई। मां की स्थापना के बाद पूजा पंडालों की रौनक देखते ही बन रही है।

दरभंगा में तिरुपति मंदिर का स्वरूप

दरभंगा बारवारी दुर्गा पूजा की ओर से इस बार दक्षिण भारत के प्रसिद्ध मंदिर तिरुपति के स्वरूप पर पूजा पंडाल को तैयार कराया गया है। दुर्गा पूजा कमेटी के उपाध्यक्ष रवि सक्सेना ने बताया कि छह महीने पहले से 15 आर्टिस्ट इसकी डिजाइन पर वर्क कर रहे थे। दो माह पहले बंगाल से 35 कारीगरों को बुलाकर मंदिर के स्वरूप का निर्माण कार्य शुरू किया गया।

अल्लापुर की गोल्डेन जुबिली

अल्लापुर के बाघम्बरी सार्वजनिक दुर्गा पूजा कमेटी की ओर से तैयार पंडाल में इस बार कमेटी के 50 सालों के जश्न की झलक दिख रही है। पंडाल को दिल्ली के फेमस लोटस मंदिर की थीम पर तैयार किया गया है। साथ ही इसमें मदर टेरेसा के संत बनने की खुशी भी प्रतिबिंबित हो रही है। पंडाल में कुल 15 द्वार बनाए गए है। कमेटी के सेक्रेटरी गोपाल बोस बताते हैं कि दुर्गा पूजा की शुरुआत उनके पिता द्वारा 1967 में आठ लोगों के द्वारा मिलकर की गई थी। उस समय इसका खर्च 1200 रुपए आता था। जबकि इस बार पंडाल को तैयार करने में पूरा खर्च करीब 15 लाख रुपए का है। पूरे पंडाल को तैयार करने में तकरीबन एक माह का समय लगा है। इसके लिए विशेष रूप से बंगाल से कारीगरों को बुलाया गया था।

कर्नलगंज में प्राचीन महल

कर्नलगंज के फेमस दुर्गा पूजा पंडाल में इस बार प्राचीन महल के स्वरूप को प्रदर्शित किया गया है। पूजा कमेटी के मेंबर्स ने बताया कि इसके लिए कई महलों को पहले देखा गया, उसके बाद अलग थीम को ध्यान में रखते हुए पूजा पंडाल को स्वरूप दिया गया। पंडाल को बनाने में कपड़ा, थर्माकोल और लकड़ी की बीट का यूज किया गया है। इस अवसर पर दुर्गा पूजा के पहले दिन मूर्ति स्थापना के बाद आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत चंडी पाठ से किया गया। इस दौरान क्षेत्र के पांच लोगों डॉ। एसके बोस, एससी चटर्जी, आनंद घिडि़याल, रेखा गुप्तो व गीता मुखर्जी को पूजा कमेटी की ओर से सम्मानित भी किया गया।