RANCHI: राजधानी के लोगों को बिजली कटौती से अगले डेढ़ महीने और परेशान होना पड़ेगा। क्योंकि आरएपीडीआरपी का जो काम फरवरी में पूरा होना था उसकी डेडलाइन बढ़कर मार्च हो गई है। मार्च में भी काम पूरा हो पाएगा कि नहीं यह संशय है। आरएपीडीआरएपी के तहत काम को लेकर शहर की आधी आबादी को पूरे दिन बिजली नहीं मिल रही है। काम करने को लेकर हर दिन बिजली कट रही है। राजधानी में ऐसा कोई भी दिन नहीं है, जब लोगों को बिजली कटौती से परेशान ना होना पड़े। गर्मी हो या बरसात लोग मौसम से ज्यादा बिजली कटौती से परेशान हैं।

बार-बार सिर्फ आश्वासन

रांची में बिजली वितरण सिस्टम दुरुस्त करने के लिए चल रहे आरएपीडीआरपी का हाल बुरा है। गौरतलब हो कि आरएपीडीआरपी का काम अप्रैल 2016 में पॉलीकैब को अलॉट किया गया। धरातल पर काम अगस्त-सितंबर 2017 में शुरू हुआ। मार्च तक बिजली काट कर काम को पूरा करना था, जो नहीं हुआ, अप्रैल 2018 की डेडलाइन फेल हो गई। इसके बाद जुलाई 2018 की डेट भी फेल हो गई। इसके बाद समय बढ़ाकर अक्टूबर किया गया। अक्टूबर के बाद 31 दिसंबर डेडलाइन दी गई, वह भी फेल हो गई है। 28 फरवरी अंतिम डेट तय की गई थी, इस महीने भी समय पर काम पूरा नहीं हो पाया, अब मार्च अंतिम सप्ताह की डेडलाइन दी गई है।

लगातार पावर कट

रांची में बिजली कटौती से लोगों को राहत नहीं मिल रही है। हर दिन शहर के विभिन्न इलाकों में लगातार बिजली काटी जा रही है। आरएपीडीआरपी के तहत चल रहे काम के कारण जो बिजली काटी जाती है, उसकी सूचना दी जाती है। इसके अलावा भी घंटों बिजली काटी जा रही है।

फुल लोड सप्लाई

राजधानी में हर दिन फुल लोड बिजली सप्लाई करने का दावा विभाग द्वारा किया जा रहा है। अधीक्षण अभियंता अजीत कुमार ने बताया कि रांची में हर दिन फुल लोड करीब 300 मेगावाट बिजली की सप्लाई की जा रही है, लेकिन नेटवर्क सिस्टम कमजोर है इस कारण बिजली उपलब्ध रहने के बाद भी लोगों को बिजली नहीं मिल पा रही है।

वर्जन

इन दिनों आरएपीडीआरपी का काम चल रहा है, इसलिए शटडाउन देना पड़ रहा है। इसे जल्द पूरा करने को लेकर जोर-शोर से काम चल रहा है। बिजली आपूर्ति तो हर दिन हो रही है, लेकिन ट्रांसमिशन लाइन ठीक नहीं रहने के कारण बिजली नहीं पहुंच पा रही है। जबकि हर दिन फुल लोड 300 मेगावाट बिजली सप्लाई की जा रही है।

अजीत कुमार, एसई, रांची विद्युत सर्किल