क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ : शुक्रवार को शहर में आंधी पानी के कारण बिजली की कटौती ने लोगों को परेशान किया. कई जगह तो सुबह से ही लाइट कटी रही. लेकिन शाम में पांच बजे के बाद जैसे ही तेज आंधी बारिश आई लोगों के घरों की बिजली गुल हो गई. कई इलाके में देर रात तक बिजली नहीं आई. आंधी-पानी के कारण बिजली व्यवस्था चरमरा गई. आंधी पानी के कारण मांग से कम बिजली ली गई. बिजली आपूर्ति बाधित होने के कारण 186 मेगावाट बिजली सरेंडर भी करनी पड़ी.

घट गई डिमांड

बिजली वितरण निगम द्वारा सुबह नौ बजे से दोपहर तक प्रदेश में 863 मेगावाट की डिमांड थी. जो शाम में पांच बजे के बाद घट कर 774 मेगावाट ही रह गई. शाम में सेंट्रल सेक्टर से कम बिजली ली गई. सुबह से दोपहर तक सेंट्रल सेक्टर से 424 मेगावाट बिजली ली गई थी, जबकि शाम पांच बजे के बाद सेंट्रल सेक्टर से 387 मेगावाट ही बिजली ली गई.

टीवीएनएल से हुआ उत्पादन

लगातार दो दिनों से टीवीएनएल की एक यूनिट से उत्पादन ठप है. वहीं सिकिदरी से भी उत्पादन नहीं हो रहा है. सामान्य दिनों में पूरे प्रदेश में 1050 से 1100 मेगावाट बिजली की मांग रहती है. लेकिन आंधी पानी के कारण शुक्रवार को सिर्फ 774 मेगावाट ही मांग रही. इसके पीछे वजह यह है कि आंधी-पानी के समय बिजली आपूर्ति बाधित रहती है, सिस्टम दुरुस्त नहीं रहने के कारण बिजली काट दी जाती है.

शुक्रवार को पावर प्रोडक्शन

टीवीएनएल की एग यूनिट: 180 मेगावाट

सिकिदरी: 00

सीपीपी: 03 मेगावाट

इंलैंड पावर: 52 मेगावाट

सेंट्रल एलोकेशन: 387 मेगावाट

आधुनिक:186 मेगावाट

एसइआर: 38 मेगावाट

आइइएक्स: 40 मेगावाट