-ओरमांझी के सपाही नदी किनारे से मिला शव, परिजनों ने चुटिया थाने का किया घेराव

-ऑटो के धक्के से घायल हो गये थे सुरेंद्र साहू, झांसा देकर ले गया था अस्पताल

रांची : चुटिया के पोद्दार धर्मशाला के पास बीते मंगलवार को सड़क हादसे में घायल सुरेंद्र साहू का शव गुरुवार सुबह ओरमांझी के सपाही नदी के किनारे बरामद किया गया। पिछले दो दिनों से परिजन और पुलिस उसकी तलाश कर रहे थे। परिजनों ने आरोप लगाया कि जिस ऑटो से सुरेंद्र को धक्का लगा था, उसके चालक ने उसे अस्पताल पहुंचाने का झांसा दिया। लेकिन अस्पताल पहुंचाने के बजाय बुरी तरह से घायल अवस्था में नदी के किनारे छोड़ दिया। तड़प-तड़प कर सुरेंद्र की जान चली गई। गुरुवार सुबह शव की पहचान होने के बाद परिजनों का गुस्सा भड़क उठा।

सड़क पर हंगामा

परिजनों और मोहल्ले के लोगों ने फिर से चुटिया थाने का घेराव किया। सड़क पर उतर हंगामा भी किया। नाराज लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। चुटिया की दुकानों को बंद भी कराया। परिजन ऑटो चालक उमेश कुमार पर अपहरण और हत्या का मामला दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। लोगों का कहना था कि ऑटो चालक बिहार भाग गया है। पुलिस उसे ढूंढकर गिरफ्तार करे अन्यथा उग्र आंदोलन किया जाएगा। करीब ढाई घंटे तक थाने में हंगामा चलता रहा। सुरेंद्र के गायब होने के बाद से लेकर शव मिलने तक लोगों ने तीन बार थाने का घेराव किया था।

पुलिस एक्टिव रहती तो बच जाती जान

मोहल्लेवासियों का आरोप था कि चुटिया पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सक्रियता दिखाई होती तो सुरेंद्र की जान बच जाती। पुलिस ने शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं की। मोहल्लेवाली और परिजन डीएसपी और थानेदार को हटाने की मांग कर रहे थे। हंगामे के बीच मौके पर सिटी डीएसपी प्राणरंजन सिंह पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। डीएसपी ने आश्वासन दिया कि ऑटो चालक को दो दिनों के भीतर गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके बाद परिजन माने और करीब साढ़े ग्यारह बजे थाने से वापस गए।

तलाश में भटकते रहे थे परिजन

मंगलवार रात साढ़े आठ बजे सुरेंद्र साहू राम मंदिर स्थित पोद्दार धर्मशाला के पास से गुजर रहे थे। उसी दौरान ऑटो ने धक्का मार दिया था। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। ऑटो चालक मौके से ऑटो लेकर भागने लगा था। उसे स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया था। पकड़ने के बाद उसे कहा गया था कि इसे लेकर अस्पताल में इलाज कराओ। वहां से वह घायल सुरेंद्र को लेकर निकला था लेकिन उसने गायब कर दिया। परिजनों ने कई अस्पतालों का चक्कर काटा, लेकिन वह नहीं मिला। इस बीच परिजन किसी अनहोनी की आशंका से सहमे हुए थे। ओरमांझी में शव बरामद होने की सूचना मिलते ही उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। परजिनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।