-सफाई कर्मचारियों ने तीन किलोमीटर तक सड़क पर फैलाया कूड़ा

GORAKHPUR: बकाया मानदेय नहीं मिलने से नाराज सफाई कर्मचारियों का गुस्सा फूट पड़ा। नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कर्मचारियों ने दो क्विंटल से अधिक कूड़ा सड़क पर फेंक दिया। इसकी सूचना मिलते ही कंपनी के एजेंट तुरंत उन्हें समझाने पहुंचे, लेकिन वह कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। रेती चौराहे पर इक्ट्ठा होकर प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियाें ने जमकर नारेबाजी की और अधिकारियों पर कर्मचारियों की उपेक्षा का आरोप लगाया। सूचना मिलने पर कमिश्नर अमित गुप्ता भी पहुंचे उन्होंने कंपनी पर कड़ी कार्रवाई करने की हिदायत दी और सड़क पर बिखरे कूड़े को जल्द समेटन के ि1नर्देश दिए।

दो क्विंटल कूड़ा सड़क पर फैलाया

लालडिग्गी से तीन किलोमीटर तक सफाईकर्मियों ने दो क्विंटल से अधिक कूड़ा बिखेर दिया, जिससे राहगीरों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। नाराज कर्मचारी सुबह 7 बजे लालडिग्गी पर इक्ट्ठा हुए और नगर निगम व ठेकेदारों के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। थोड़ी देर में सफाईकर्मियों ने इक्ट्ठा हुआ कूड़ा सड़क पर फेंकना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे कर्मचारियों की संख्या बढ़ने लगी और वह नारेबाजी करते हुए साहेबगंज, लालडिग्गी चौराहा, गीता प्रेस रोड होते हुए रेती चौराहे पर पहुंचे। इन रास्तों से गुजरते हुए सफाई कर्मियों ने लालडिग्गी पार्क, चौराहा, साहेबगंज, गीताप्रेस के सामने, माया कपंप्लेक्स के सामने दो कुंतल से अधिक कूड़ा फेंक दिया।

रेती रोड किया जाम

रास्ता पर कूड़ा फेंकते हुए सफाई कर्मचारी 10 बजे तक रेती चौराहे पर पहुंच गए थे। 50 से 60 की संख्या में इक्ट्ठा हुए कर्मचारियों ने नगर निगम व दोनों ठेकेदार कंपनियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रहे कर्मचारी सनी ने बताया कि दशहरा के त्योहार से ही हमें मानदेय का पेमेंट नहीं मिला है। नगर निगम के अधिकारी एक महीने से पेमेंट का आश्वासन दे रहे हैं, लेकिन पैसा नहीं मिल रहा है। मधु ने बताया कि कुछ कर्मचारियों को तीन महीनों से पैसा नहीं मिला है। अभी तक कर्ज से काम चल रहा था अब वह भी नहीं मिल रहा, घर में चुल्हा जलाना मुश्किल हो गया है।

वर्जन

कंपनी ने बार-बार आश्वासन देने के बाद भी पेमेंट नहीं दे रही है, जबकि नगर निगम पेमेंट कर चुका है। कंपनी पर आर्थिक जुर्माना लगाया जाएगा। साथ ही उन लोगों पर भी कार्यवाही होगी जिन्होंने सड़क पर कूड़ा फेंका।

प्रेम प्रकाश सिंह, नगर आयुक्त