ऑनलाइन गेम खेलने वाले आरयू के बीटेक स्टूडेंट्स को लगा झटका

- सालभर पढ़ाई में कम और पबजी में ज्यादाबिजी रहे

- लेक्चर के दौरान क्लास में भी गेम खेलने से नहीं चूके

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360 स्टूडेंट्स हैं बीटेक में

150 आई बैक, ईयर बैक

06 स्ट्रीम हैं बीटेक में

60 सीट हैं हर स्ट्रीम में

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>BAREILLY :

इस बार आरयू में बीटेक के 40 प्रतिशत से अधिक बीटेक स्टूडेंट्स की बैक और ईयर बैक आई है। इस चौंकाने वाले फिगर के लिए कुछ और नहीं पबजी वीडियो गेम जिम्मेदार है। टीचर्स की माने तो ये सालभर पढ़ाई में कम और पबजी में ज्यादाबिजी रहे। इनका कहना है कि स्टूडेंट्स क्लास में लेक्चर के दौरान भी गेम खेलने से नहीं चूकते थे। कई बार इन्हें समझाया भी गया, लेकिन ये नहीं माने। ं।

कब शाम हो गई पता नहीं चलता

नाम न छापने की शर्त पर कैंपस में पढ़ रहे बीटेक एक कई स्टूडेंट ने बताया कि बताया कि पहले क्लास में एक-दो स्टूडेंट्स ही इस गेम को खेलते थे। उनकी देखादेखी दूसरे स्टूडेंट्स को भी इसकी लत लग गई। पबजी की लत से ग्रसित एक स्टूडेंट ने बताया, 'अपने एक दोस्त से इस गेम को खेलते देखा था। इसके बाद मैंने खेलना शुरू किया। इसके बाद इसका पागलपन ऐसा हुआ कि ज्यादातर समय गेम खेलने में ही निकल जाता है। कब सुबह से शाम और शाम से रात हो जाती है पता ही नहीं चलता।

क्लास नहीं करते अटैंड

बीटेक डीन एके गुप्ता से जब इस खराब रिजल्ट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि 30 प्रतिशत स्टूडेंट्स ऐसे हैं, जो क्लास अटेंड ही नहीं करना चाहते हैं। इनमें लड़कों की संख्या ज्यादा है। ये हॉस्टल और क्लास में पढ़ाई से ज्यादा मोबाइल गेम और सोशल साइट्स में बिजी रहते हैं। स्टडी इनकी प्राथमिकता में नहीं है और न ही इसके लिए इनके पास समय है। इस बारे में इनके परिजनों को भी समय-समय पर सूचना दी गई, लेकिन स्टूडेंट्स सुधरने का नाम ही नहीं लेते हैं। इन्हें अब फैकल्टी का भी डर नहीं है। कई बार इन्हें क्लास में पीछे बैठकर मोबाइल गेम खेलते पकड़ा गया है। डांट और समझाने का भी इन पर कोई असर नहीं हुआ। स्टूडेंट्स को अपने कॅरिअर के बारे में सोचकर पढ़ाई करनी चाहिए।

सेमेस्टर एग्जाम का आया रिजल्ट

आरयू ने 22 फरवरी को सेमेस्टर एग्जाम का रिजल्ट जारी किया था, जिसमें इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन, इलेट्रिक्ल इंस्ट्रूमेंट, मेकेनिकल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस और केमिकल इंजीनियरिंग के 40 प्रतिशत से अधिक स्टूडेंट्स की बैक और ईयर बैक आई है। इसको लेकर स्टूडेंट्स अब प्रॉब्लम में हैं।

वर्जन

- बीटेक में जिन स्टूडेंट्स की बैक और ईयर बैक आई है, उनमें अधिकतर लड़के हैं और क्लास कम अटेंड करते हैं। ये मोबाइल गेम पब्जी में इतना बिजी रहते हैं कि पढ़ाई के लिए समय ही नहीं निकालना चाहते। स्टूडेंट्स को गंभीरता से पढ़ाई करना चाहिए।

एके गुप्ता, डीन बीटेक आरयू कैंपस

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देश में हैं 22 करोड़ गेमर्स, गेमिंग रेवेन्यू में टॉप 20 में हैं हम

गेमिंग एनालिटिक्स फर्म न्यूज़ू का कहना है कि दुनियाभर में आज गेमिंग इंडस्ट्री की कमाई 138 अरब डॉलर (करीब 9700 अरब रुपए) को पार कर चुकी है। इसमें 51 फीसदी हिस्सेदारी मोबाइल सेगमेंट की है। वहीं गेमिंग रेवेन्यू के मामले में भारत टॉप 20 देशों में आता है। 2021 तक गेमिंग मार्केट की कमाई 100 अरब डॉलर से अधिक होने की संभावना है। न्यूज़ू के मुताबिक पूरी दुनिया में 2.3 अरब गेमर्स हैं, जिसमें से अकेले 22 करोड़ गेमर्स भारत से हैं।