कर्मचारी और पुलिस की लड़ाई में साल के पहले दिन 12 घंटे बिजली से महरूम रही पब्लिक

शिवाजी मार्ग का ट्रांसफार्मर बदलने पहुंचे कर्मचारियों से सिपाही ने नशे में की अभद्रता

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PRAYAGRAJ: पावर कारपोरेशन के बमरौली डिवीजन के अ‌र्न्तगत आने वाले कसारी- मसारी, झलवा, केन्द्रांचल व चौफटका सब स्टेशन के हजारों लोगों का नया वर्ष मुश्किलों भरा साबित हुआ। कसारी-मसारी पावर हाउस के शिवाजी मार्ग पर 31 दिसम्बर की शाम सात बजे ट्रांसफार्मर जल गया। इसे बदलने के लिए पावर हाउस के आधा दर्जन कर्मचारी पहुंचे तो एक सिपाही नशे में धुत होकर वहां पहुंचा। उसने पूछा कि अभी तक लाइन क्यों नहीं आई। कर्मचारी कुछ जवाब देते इससे पहले ही सिपाही कर्मचारियों को गाली देने लगा। वह कर्मचारियों से धक्कामुक्की भी करने लगा, इसी बीच गिर गया और उसकी अंगुली से खून निकलने लगा। इसके बाद उसने राजरूपपुर पुलिस चौकी पर सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने लाइनमैन हाफी जी को हिरासत में ले लिया।

भेज दिया गया धूमनगंज थाने

लाइनमैन को हिरासत में लेने की सूचना कर्मचारियों ने कसारी-मसारी सब स्टेशन के एसडीओ अजीत पटेल को दी तो उन्होंने रात बारह बजे पुलिस चौकी के दरोगा अनिल भगत से हिरासत में लिए जाने की वजह पूछी। दरोगा ने कहा कि पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया जाएगा। इसके बाद श्री पटेल अपने घर चले गए।

ठप कर दी पूरे इलाके की लाइन

जब बिजली कर्मचारियों को यह जानकारी हुई कि लाइनमैन हाफीजी को नहीं छोड़ा गया है तो बमरौली डिवीजन आफिस में दर्जनों कर्मचारी सुबह छह बजे पहुंचे। आक्रोशित कर्मचारियों ने अधिकारियों से साथी को छुड़ाने का अनुरोध किया और विरोध में कसारी- मसारी, झलवा, केन्द्रांचल और चौफटका सब स्टेशन के दो दर्जन से अधिक फीडरों की सप्लाई ठप कर दी।

बारह घंटे बाधित रही आपूर्ति

नए वर्ष के पहले दिन बिजली की आपूर्ति ठप होने से चारों तरफ हाहाकार मच गया। पब्लिक अपने-अपने एरिया के संबंधित एसडीओ और कर्मचारियों को फोन करने लगी, लेकिन लगातार फोन बिजी बताता रहा। यही वजह रही कि नए वर्ष की खुशियां मनाने की तैयारियां करने वालों को निराश होना पड़ा। दोपहर बारह बजे तक आपूर्ति बहाल नहीं हुई तो केन्द्रांचल सब स्टेशन पर दर्जनों लोग पहुंच गए, लेकिन वहां एक भी कर्मचारी नहीं मिला। इसके बाद निराश होकर पब्लिक अपने घर लौट गई।

एक बजे तक चली पंचायत

कसारी-मसारी सब स्टेशन के एसडीओ पटेल ने पूरी घटना की जानकारी बमरौली डिवीजन के अधिशाषी अभियंता जीसी यादव को दी तो अधिकारी व कर्मचारी लाइनमैन को छुड़वाने के लिए धूमनगंज कोतवाली पहुंचे। वहां लाइनमैन को हिरासत में रखा गया था। करीब एक बजे तक कोतवाली पर पंचायत चली इसके बाद अधिकारियों ने बेवजह हिरासत में लिए गए लाइनमैन को छोड़ने के लिए सीओ धूमनगंज से बात की। दोपहर एक बजे लाइनमैन को रिहा किया गया।

सिपाही किसी अधिकारी का गनर था। शराब के नशे में धुत था। पचास वर्ष की आयु वाले लाइनमैन से धक्कामुक्की में खुद गिरा और झूठी शिकायत की। लाइनमैन को हिरासत में ले लिया गया। सुबह तक नहीं छोड़ने पर लाइन ठप कर दी गई। कोतवाली में अधिकारियों से वार्ता के बाद उसे रिहा किया गया।

अजीत पटेल, एसडीओ कसारी-मसारी सब स्टेशन