उगते सूर्य को अ‌र्ध्य देने से मिलेगा सौभाग्य

तिल का दान करने से मिलेगा विशेष लाभ

Meerut। मकर संक्रांति पर 14 जनवरी से मानस योग शनिवारीय मकर संक्रांति भद्रा का प्रारंभ हो रहा है। यह योग पंच महाशुभ योग बना रहा है। इस योग में जप, दान आदि महापुण्य दायी होते हैं। इसलिए मकर संक्रांति पर सूर्योदय पर उगते सूर्य को जल देना शुभदायी होगा।

ये होंगे विशेष लाभ

मकर संक्रांति की सुबह उगते सूरज के सामने 10 मिनट से अधिक रहना स्वास्थ्य में वृद्धि करता है।

यह पर्व शनि के विपरित प्रभाव को भी सुप्रभाव में परिवर्तित करने की क्षमता रखता है। स्नान, ध्यान, दान व पुण्य करने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है।

मकर संक्रांति के दिन तिल का उबटन, तिल डालकर स्नान, तिल का हवन, तिल का भोजन और तिल का दान करें।

इस दिन का आहार खिचड़ी से होता है। इसलिए अरहर, उड़द, मूंग, चना, हरे मटर आदि से बनी खिचड़ी अत्यंत शुभदायी होती है।

जिनको पितृ दोष है, उनके द्वारा आज के दिन पितरों को निमित्त भोजन, वस्त्र, मोजे, चप्पल व छतरी का दान करने से लाभ मिलेगा।

गृह दोष के लिए आज ये करें दान-

सूर्य- गेंहू, बाजरा, लाल रोली, लाल तांबा

चंद्रमा- दूध, चावल, चांदी जल

मंगल- गुड सौंफ, शहद, लाल मसूर, खांड, बाताशे

बुध- मूंग, फिटकरी, हरा कपड़ा

वृहस्पति- केला, पपीता, हल्दी चने की दाल, केसर, पीला कपड़ा

शुक्र- घी, कपूर, रुई, दही, इत्र, ज्वार, आलू

शनि- उड़द, तेल, काली मिर्च, काला नमक, काली सरसों, सिंघाडे का आटा

राहु- काला बिजली का सामान, काले तिल, काली सरसों, बरमूडा

केतु- स्लेटी अथवा रंग बिरंगे कपड़े, धूप अगरबत्ती, हवन सामग्री, कालेज सफेद तिल

इस साल मकर संक्रांति पर पंच महाशुभ योग बन रहा है। इस दिन दान पुण्य से सभी प्रकार की बीमारियों से लेकर अन्य परेशानियों में लाभ मिलेगा।

पं। भारत ज्ञान भूषण

मकर संक्रांति दिन से सूर्य मकर से मिथुन राशि तक उन छह राशियों में गोचर करते हैं जिस ओर देवलोक है। इसलिए इस दिन जप और आहूतियां का लाभ मिलता है।

- पं श्रवण