-प्रशनपत्र पढ़कर टीचर्स और स्टूडेंट्स बने घन चक्कर

-आनन-फानन में स्कूल टीचर्स ने कराया पेपर तैयार

आगरा. परिषदीय स्कूलों में एग्जाम के दूसरे दिन सामाजिक विषय के पेपर में बड़ी खामी सामने आई, जिससे क्लास आठ और सातवीं विषय के एक ही पेपर स्कूलों में पहुंचा दिया गया. इससे घंटों असमंजम की स्थिति बनी रही.

परिषदीय स्कूलों में परीक्षा मजाक बनकर रह गई हैं. एग्जाम के दूसरे दिन मंगलवार को क्लास आठ और सातवीं का सामाजिक विषय का पेपर था.

प्रश्न पत्र देख चकराए स्टूडेंट्स

एग्जाम के दूसरे दिन सामाजिक विषय ससमय स्टूडेंट्स को दे दिया गया. लेकिन प्रश्नपत्र देख एग्जाम दे रहे स्टूडेंट्स असमंजस में पढ़ गए. टीचर्स ने जब पेपर चेक किया तो ऑडट ऑफ सिलेबस निकला. जिसमें शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही देखने को मिली. जिसमें क्लास आठ का पेपर सातवीं के स्टूडेंट्स को सॉल्व करने के लिए दिया गया. पेपर हाथ में आते ही स्टूडेंट्स टीचर्स को इसकी जानकारी दी.

आनन-फानन में तैयार कराया पेपर

एग्जाम में स्टूडेंट्स को क्लास सैविंथ का पेपर ऑउट ऑफ सिलेबस मिला. जब टीचर्स को विभाग की इस गलती के बारे में पता चला तो उन्होंने आनन-फानन में दूसरा पेपर तैयार किया. इसके बाद ही स्टूडेंट्स की परीक्षा पूरी कराई गई, एग्जाम के पहले दिन सोमवार को देरी से पेपर स्कूल में पहुंचा, जिससे स्टूडेंट्स के साथ टीचर्स को भी परेशानी का सामना करना पड़ा.

रिवीजन का नहीं मिला गैप

सामाजिक विषय का पेपर पृथ्वी और हमारा जीवन, इतिहास, नागरिकशास्त्र और महान व्यक्तित्व से मिलाकर तैयार किया गया है. इसमें करीब चालीस चेप्टर हैं. पूर्व माध्यमिक कन्या विद्यालय की छात्रा ने बताया कि इस एग्जाम में रिवीजन के लिए कम से कम एक दिन का समय देना चाहिए था. जिससे पेपर से पूर्व अच्छी तैयारी कराई जा सके.

7 वीं के पेपर में मिली खामियां

क्लास सातवीं में प्रश्न संख्या एक से लेकर आठ तक के प्रश्न समान रहे, आठवीं का (खा) प्रश्न अलग रहा, इसी तरह दो रिक्त स्थान क्लास आठ और तीन सात से लिए गए. सही गलत कुछ समान रहे, इसके अतिरिक्त 90 फीसदी पेपर क्लास आठ से थे.