डीरेल स्विच में गड़बड़ी से हुआ हादसा, परतापुर स्थित पीएफटी पर हुआ हादसा

अडानी ग्रुप के कंटेनर लेकर मेरठ पहुंची थी मालगाड़ी

जांच को पहुंची दिल्ली की एनडीएलएस कंट्रोलर की टीम

Meerut। गुरुग्राम स्थित पातली से अडानी गु्रप के कंटेनर लेकर आ रही मालगाड़ी का इंजन मेरठ में डीरेल हो गया। मेन ट्रैक से महज 10 मीटर पहले इंजन के डीरेल होने से बड़ा हादसा टल गया। 45 कंटेनर की मालगाड़ी परतापुर स्थित प्राइवेट फ्रेट टर्मिनल (पीएफटी) पर सोडा एश (सोडियम कार्बोनेट पाउडर) लेकर आई थी। डीरेल स्विच में खराबी हादसे की वजह नजर आ रही है।

अडानी गु्रप के थे कंटेनर

बुधवार शाम करीब 6:35 बजे उस समय खलबली मच गई जब अडानी गु्रप के कंटेनर लेकर मेरठ पहुंची मालगाड़ी का इंजन डीरेल हो गया। मालगाड़ी बुधवार गुरुग्राम के समीप पातली में स्थित अडानी ग्रुप के पर्सनल ट्रांसपोर्ट (पीटी) से 45 कंटेनर में सोडा एश लेकर मोहिउद्दीनपुर स्थित कृभको इंफ्रॉस्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के प्राइवेट फ्रेट टर्मिनल पर पहुंची थी। यहां कंटेनर को छोड़कर इंजन आउट प्वाइंट पर पहुंचने से 10 मिनट पहले पीएफटी के गेट पर डीरेल हो गया। मेन ट्रैक से महज 10 कदम पहले हुए हादसे से रेलवे में खलबली मच गई। वहीं आनन-फानन में न्यू दिल्ली रेलवे स्टेशन (एनडीएलएस) कंट्रोलर ने मैकेनिकल इंजीनियर सेक्शन से एक टीम जांच के लिए मौके पर भेज दी। मालगाड़ी को ड्राइवर जयकुमार साथी ड्राइवर के साथ लेकर आया था।

सोडा एश लाई थी मालगाड़ी

जानकारी के मुताबिक अडानी गु्रप के पीटी से मेरठ स्थित कृभको इंफ्रॉस्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के पीएफटी पर सोडा एश (सोडियम कार्बोनेट पाउडर) लेकर आई थी। मालगाड़ी में 45 कंटेनर थे, जिन्हें छोड़कर इंजन आउट प्वाइंटर से गुजर रहा था। अडानी गु्रप के पीटी ने मेरठ स्थित पीएफटी पर रेगुलर लगेज लाया जाता था।

डीरेल स्विच में गड़बड़ी

जांच के लिए पहुंची रेलवे की छह सदस्यीय टीम ने ट्रैक का निरीक्षण किया। प्रथम दृष्टया डीरेल स्विच में गड़बड़ी पकड़ में आई है। यहां मौके पर डीरेल स्विच के समीप क्लैंप के नट-बोल्ट भी हटे हुए थे। डीरेल स्विच के साथ छेड़छाड़ की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता तो वहीं दिल्ली-सहारनपुर ट्रैक से महज 10 मीटर की दूरी पर हुए हादसे से रेलवे डिपार्टमेंट में खलबली मच गई।

देर रात पहुंची टीम

देर रात्रि पहुंची एनडीएलएस की टीम

मौके पर पहुंची रेलवे मैकेनिकल एवं मेंटीनेंस की टीम रेगुलर एनडीएलएस कंट्रोलर को ब्रीफिंग दे रही थी। टीम में शामिल इंजीनियर और एक्सपर्ट डीरेल का डायग्राम बनाकर और फोटोग्राफ कंट्रोल रूम को व्हाट्सएप पर शेयर करते रहे। तो वहीं देर रात्रि दिल्ली से एक टीम मेरठ पहुंची। जानकारी के मुताबिक टीम स्पेशल ट्रेन से मेरठ पहुंची। खबर लिखे जाने तक डीरेल इंजन को पटरी पर लाने की कोशिश जारी थी।

लापरवाही हुई उजागर

मेन ट्रैक से सटकर पीएफटी के लिए जा रहे स्पेशल ट्रैक पर इंजन के डीरेल होने से बड़ा हादसा टल गया तो वहीं रेलवे की लापरवाही भी उजागर हुई है। जानकारों के मुताबिक डीरेल स्विच की खराबी मेंटीनेंस में लापरवाही की वजह से भी हो सकती है, वहीं दिल्ली से पहुंची टीम यह भी पड़ताल कर रही है कि कहीं डीरेल स्विच के साथ छेड़छाड़ तो नहीं की जा रही है। रेल मंत्रालय ने मौके पर मौजूद जांच अधिकारियों से पूरे घटनाक्रम के संबंध में जानकारी हासिल की तो वहीं मोहिद्दीनपुर रेलवे स्टेशन पर मालगाड़ी के ड्राइवर ने मेमो दर्ज कराया।