-ट्रायल ट्रेन की अपेक्षा कम रही स्पेशल ट्रेन की स्पीड, बनारस से रवाना ट्रेन रास्ते में हुई खराब

-नई दिल्ली से आज रेग्यूलर ट्रेन के तौर पर होगा संचालन

VARANASI

देश की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस की स्पीड ट्रैक पर उतरते ही कम हो गयी। दावा किया गया था कि यह 180 किमी प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ेगी। जो देश की पहली हाई स्पीड ट्रेन होगी। लेकिन स्पेशल ट्रेन के तौर पर जब इसे नई दिल्ली से बनारस के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाया तो दावा धरा रह गया। जबकि इस ट्रेन में रेल मंत्री पीयूष गोयल डिपार्टमेंट के ऑफिसर्स संग खुद सवार रहे।

130 किमी की स्पीड से ट्रायल

वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रायल के दौरान 130 किमी प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ लगाई थी। जिसे बीच बीच में 180 किमी तक भी दौड़ाकर चेक किया गया। यही नहीं 26 दिसंबर को रेल मंत्री ने स्पीड के नए कीर्तिमान का वीडियो भी ट्वीट किया था। लेकिन देश की सबसे तेज स्पीड वाली वंदे भारत ट्रेन जब पैसेंजर्स के लिए ट्रैक पर उतारी गयी तो इसकी गति धीमी पड़ गई। एक्सपर्ट के अनुसार ट्रायल में बेशक ट्रेन ने 180 का कांटा छुआ था, लेकिन बनारस रूट पर 130 किमी प्रति घंटे से ज्यादा स्पीड पर ट्रेन दौड़ाना मुमकिन ही नहीं है। क्योंकि इस ट्रैक पर सेंशन स्पीड 130 किमी प्रति घंटा ही है। यही वजह है कि रेल मंत्री को लेकर रवाना हुई ट्रेन की 100 किमी प्रति घंटे की स्पीड से नीचे ही रही।

बिना रुकावट के चलने पर संशय

बनारस से नई दिल्ली के बीच चलने वाली सबसे तेज स्पीड वाली ट्रेन को भारत में ही डिजाइन किया गया और चेन्नई स्थित कोच फैक्ट्री में बनी हुई है। मेक इन इंडिया के इनेशिएटिव की ट्रेन बनारस से नई दिल्ली का सफर लगभग आठ घंटे में पूरा करेगी। लेकिन पहले ही दिन यह ट्रेन कैंट स्टेशन से रवाना होने के बाद हापुड़ में बिगड़ गयी। 130 किमी प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ रही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रैक पर घंटों खड़ी रही। इसमें सवार लोगों को दूसरी ट्रेन से नई दिल्ली भेजा गया। कैंट स्टेशन पर यह दिनभर चर्चा का विषय रहा। इस ट्रेन में रिजर्वेशन कराने पहुंचे कई लोग ट्रेन के बीच में रुकने की जानकारी होते ही वापस लौट गए।