JAMSHEDPUR: लौहनगरी में पवित्र माह रमजान के इस्तकबाल की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। एक सप्ताह पहले से ही मस्जिदों में रंग-रोगन कर उन्हें चकाचक कर दिया गया है। मंगलवार को साकची स्थित जामा मस्जिद में देर रात रात तक साफ-सफाई चलती रही। पवित्र माह में रोजेदारों के खाने पीने के सामान से बाजार भर गए हैं।
फल बाजार में आया उछाल
रमजान को देखते हुए मंगलवार को ही फल शहर के फल बाजार में गर्मी रही। जहां फलों के दाम रातों-रात 50 से 100 तक बढ़ गए। रविवार तक जहां सेब के दाम 100 से 150 रुपये किलो थे वह मंलवार को बढ़कर 200 से 250 रुपये प्रति किलो हो गए।
फलों का रेट
सेब- 200- 240
संतरा- 100
अनार- 120-160
लीची- 150
अंगूर- 140
केला- 40
नारियल- 50
मौसमी- 80-100
आम- 70-100
तरबूज 15
खजूर 360
पतीता 40
सभी रखते हैं रोजा
रमजान के पवित्र महीने में बच्चों से लेकर बूढ़े तक रोजे रखते हैं। रोजेदार पूरे दिन भूखे रहकर अल्लाह की इबादत करते हैं। अगर कोई बीमार होने पर रोजे नहीं रखता है तो उसे हर दिन के हिसाब से दान देना होता है।
साकची में सजा सेवइयों का बाजार
रमजान के पवित्र महीने में शहर में सेवइयों से ज्यादा लच्छे की ज्यादा डिमांड है। शहर के मानगो स्थित आजाद बस्ती के रोजेदार यूसुफ सिद्दकी ने बताया कि रमजान में पकवानों के खाने-खिलाने का दौर चलता है। साकची बजार में सेवइयां 50 रुपये किलो और लच्छा 60 रुपये किलो बिक रहे हैं।