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RANCHI : माता-पिता, पत्नी और दो मासूम बच्चों की हत्या करने के पहले दीपक झा ने भरपेट भोजन किया था। हादसे वाली रात उसने चावल-दाल-सब्जी खाई थी। हालांकि, मारे गए परिजनों के पेट खाली थी। उन्होंने भोजन नहीं किया था। मंगलवार को सात शवों के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। रिम्स में मेडिकल टीम द्वारा किए जाने वाले पोस्टमार्टम के दौरान एसडीओ अंजलि यादव, कांके थाना प्रभारी राजीव रंजन, पिठोरिया थानेदार ललन दास, गोंदा थानेदार अनिल द्विवेदी तथा बरियातू थानेदार अजय कुमार केशरी भी मौजूद थे।

गर्दन में प्रेशर के निशान
पांच परिजनों के गर्दन में प्रेशर पाया गया है, जिस वजह से उनकी मौत हो गई। इनलोगों की हत्या ब्रूटल तरीके से की गई है। मां का गर्दन व पेट पर चाकू मारा गया है। जांगू का पोस्टमार्टम किया गया तो पता चला कि उसके शरीर में संट लगा हुआ था, जो उसके मस्तिष्क को बढऩे से रोक रहा था और अंदर ही अंदर उसे फिट किया गया था।

बेटे को छोड़ सभी थे स्वस्थ
तेरह माह का जांगू को छोड़कर किसी को कोई बीमारी नहीं थी। सभी स्वस्थ थे। वे लोग मौत से पूर्व न तो किसी ने कोई टेबलेट खाया था और न ही किसी को और बीमारी थी। पुलिस ने पाया है कि पांचों की हत्या करने में रूपेश झा ने बड़े भाई का बहुत साथ दिया था।

सात शवों के पोस्टमार्टम
करने में लगे सात घंट सात शवों का पोस्टमार्टम सात घंटे तक चला। सात घंटे चले इस पोस्टमार्टम प्रक्रिया की शुरूआत सोमवार देर शाम आठ बजे से चली। इसके बाद एसडीओ अंजलि यादव की मौजूदगी में सबका पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम में रिम्स के मेडिकल बोर्ड में मेडिसीन, पैथोलॉजी, सर्जरी, गाइनी के डॉक्टर मौजूद थे। पोस्टमार्टम मंगलवार सुबह तीन बजे तक किया गया।

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कांके में माता-पिता, पत्नी और दो मासूमों को मार फंदे से झूले दो भाई

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