इंग्लैंड पर बनेगा दबाव

रवि शास्त्री का मानना है कि धोनी छठवें नंबर पर बैटिंग करते हैं तो वह खराब फॉर्म से जूझ रहे इंग्लैंड के कैप्टन एलिस्टर कुक पर अधिक दबाव बना सकते हैं. उन्होंने कहा,'जब धोनी ने कप्तानी शुरू की थी तब टीम में कई सीनियर प्लेयर थे. धोनी ने सभी के अहम को ध्यान में रखते हुये प्लेयर्स को मैनेज किया. उनके प्रदर्शन से टीम की कायापलट हुई. धोनी ने टीम को लगभग हर टूर्नामेंट में जीत दिलाई है, लेकिन अब बदलाव का समय है. धोनी को यहां जिम्मेदार बनना होगा. वह बैटिंग ऑर्डर में खुद का प्रमोशन करके टीम को मजबूती दे सकते हैं'

धोनी छठे नंबर मे बेस्ट

महेंद्र सिंह धोनी टीम के दूसरे बल्लेबाजों को अधिक मौका देने के लिये खूद के बल्लेबाजी क्रम को नजरअंदाज करते रहे हैं. वनडे में वह छठे या सातवें नंबर पर ही खेलते हैं. टेस्ट में उन्होंने खुद को सातवें नंबर का प्लेयर बना रखा है, जिससे उनकी क्षमता का पूरा इस्तेमाल नहीं हो रहा. आंकड़ों की बात करें तो धोनी का छठे क्रम पर प्रदर्शन 7वें और 8वें क्रम से बेहतर रहा है. 2006 से 2013 के बीच धोनी ने 13 मैचों की 17 पारियों में छठे क्रम पर बैटिंग की. इसी क्रम पर उन्होंने 66.07 के औसत से 925 रन बनाये. 6वें क्रम पर उनका औसत 7वें क्रम से ठीक दोगुना है.

अनुभवहीन प्लेयर्स

टीम इंडिया का बैटिंग ऑर्डर फिलहाल अनुभवहीन है. यदि धोनी खुद को एक क्रम ऊपर प्रमोट करते हैं तो वह इंडियन बैटिंग लाइन-अप को मजबूत बना सकते हैं. धोनी हर फॉर्मेट में अपने स्टाइल से बैटिंग करते हैं, जिसका तोड़ निकालना बॉलर्स के लिये मुश्िकल हो जाता है. अगर वह एक क्रम ऊपर खेलते हैं तो टॉप ऑर्डर और पुछल्ले बल्लेबाजों के बीच तालमेल बिठा लेंगे.

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