120 करोड़ रुपये खर्च के चलते टली स्कीम, एलीवेटेड रोड का था प्रस्ताव

नहीं बनेगा टीपी नगर से जैननगर जोड़ने वाला रोड

एलीवेटेड रोड के लिए एमडीए ने किया था सर्वे

एमडीए को बनाना था, योजना को कमिश्नर ने लिया वापस

Meerut। शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए एक और योजना से एमडीए ने हाथ खींच लिए हैं। कमिश्नर डॉ। प्रभात कुमार के निर्देश पर टीपी नगर से जैननगर तक बनने वाले एलीवेटेड रोड के लिए एमडीए ने पिछले दिनों सर्वे किया। परियोजना की अनुमानित लागत करीब 120 करोड़ रुपये थी। बड़ी लागत के चलते प्राधिकरण ने योजना से हाथ खींच लिए तो वहीं कमिश्नर को भी यथास्थिति की जानकारी दे दी गई है।

सेना की भी है नानुकर

ट्रांसपोर्ट नगर से जैननगर तक करीब 800 मीटर की दूरी तक एक सड़क निर्माण हो जाने से दिल्ली रोड से बेगमपुल की ओर ट्रासंपोर्ट नगर से आने वाला ट्रैफिक रेलवे रोड की ओर डायवर्ट हो जाएगा। इस योजना में सबसे बड़ा अड़ंगा सेना का है। सेना के आवासीय क्षेत्र से प्रस्तावित इस सड़क को मंजूरी देने में सेना पहले दिन से नानुकर कर रही थी तो वहीं सिर्फ एलीवेटेड रोड पर ही बात बनती दिखाई दे रही थी।

महंगी परियोजना

गत दिनों एमडीए की टीम ने सर्वे कर एलीवेटेड रोड की कॉस्ट निकाली। यह करीब 120 करोड़ रुपये निकलकर आई। ऐसे में प्राधिकरण ने योजना की लागत अधिक होने का हवाला देते हुए इसे रद कर दिया। पिछले दिनों शहर के कुछ समाजसेवियों ने कमिश्नर से मुलाकात कर सड़क निर्माण का प्रस्ताव दोहराया जिसपर कमिश्नर ने साफ कर दिया कि इस खर्च को एमडीए अपने संसाधनों से नहीं जुटा सकता। सरकार से बात की जाएगी, यदि सरकार फंड देगी तो योजना को पूर्ण किया जाएगा।

टीपी नगर को रेलवे रोड से जोड़ने वाले एलीवेटेड रोड की प्रस्तावित लागत करीब 120 करोड़ रुपये निकलकर आई है। एमडीए अपने संसाधनों से बड़ी स्कीम को पूर्ण नहीं कर सकता, सरकार से बात की जाएगी।

डॉ। प्रभात कुमार, कमिश्नर, मेरठ मंडल