-डीजीपी कार्यालय से आया मैसेज, सीएम से मिलकर लगाएंगे गुहार

ALLAHABAD: पुलिस अधिकारियों के आदेश महज एक आदेश बनकर ही रह जाते हैं। जहां एक तरफ आम जनता अपनी समस्या को लेकर थाने से लेकर पुलिस अधिकारियों की चौखट तक चक्कर काटती रहती है, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं होती है। हाईकोर्ट के डिप्टी रजिस्ट्रार हेम सिंह के साथ कुछ ऐसा ही हुआ। पुलिस से इंसाफ न मिलने पर उन्होंने राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री को पत्र भेज इच्छा मृत्यु की बात कही थी। इच्छा मृत्यु की मांग करने पर हाईकोर्ट से लेकर पुलिस महकमे में खलबली मच गई थी। मामले की जांच तो शुरू हुई। लेकिन हैरानी की बात यह है कि डिप्टी रजिस्ट्रार का बयान तक नहीं दर्ज किया गया और रिपोर्ट डीजीपी कार्यालय को भेज दी गई। वहां से जब मैसेज आया कि आपके प्रकरण की जांच पूरी हो गई है। यदि आप जांच से असंतुष्ट हैं तो डीजीपी मुख्यालय लखनऊ में आकर संपर्क करें, तब जाकर उन्हें पता चला।