बैठक में हुआ फैसला, दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने बताया था हाल

नगर निगम को दी गई जिम्मेदारी, जल्द ही तय होगा बजट

ALLAHABAD: शहर के बाढ़ आपदा राहत केंद्रों की सूरत दो माह में बदल जाएगी। इस संबंध में डीएम सुहास एलवाई ने कुंभ से पहले होने वाले आवश्यक कार्यो में इसे भी शामिल किया है। उनकी अध्यक्षता में हुई प्रशासनिक बैठक में इस मामले में सैद्धांतिक सहमति बनी। केंद्रों को अपग्रेडेशन की जिम्मेदारी नगर निगम को सौंपी गई है। जल्द इसके लिए बजट की राशि भी तय की जाएगी। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने राहत केंद्रों की मौजूदा स्थिति बयां करती रिपोर्ट पब्लिश की थी।

सर्वे के आधार पर तय होगा बजट

प्रशासनिक बैठक में डीएम ने कहा कि संभावित बाढ़ से बचाव के लिए बनाए गए आपदा राहत केंद्रों की सर्वे कर उनकी हालिया स्थिति का पता लगाया जाए। साथ ही उनकी मरम्मत और सुदृढ़ीकरण की जिम्मेदारी नगर निगम को सौंपी गई है। डीएम ने कहा कि नगर निगम चाहे तो अवस्थापना या किसी अन्य निधि से इन केंद्रों को नया कलेवर देने का काम करे। इस बारे में सर्वे कर बजट तैयार करने के आदेश भी दिए गए हैं। जल्द ही राहत आपदा केंद्रों की मरम्मत का काम शुरू कर दिया जाएगा।

हमने बताई थी सच्चाई

जिले में 99 और शहर में कुल 22 आपदा राहत केंद्र बनाए गए हैं। बाढ़ आने पर इन केंद्रों पर शरणार्थियों को ठहराया जाता है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने कुछ केंद्रों का रियलिटी चेक कर खबर पब्लिश की थी। हमने बताया था कि जर्जर और सुविधा के अभाव से ग्रसित इन केंद्रों पर शरणार्थियों को ठहराना उचित नहीं होगा। इससे उनकी जान माल को खतरा हो सकता है। इसी का संज्ञान लेकर प्रशासन ने जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं।

कुंभ से पहले होने वाले आवश्यक कार्यो में आपदा केंद्रों के दुरुस्तीकरण को भी शामिल किया गया है। दो माह के भीतर इनको सुधारने की जिम्मेदारी नगर निगम को दी गई है।

सुहास एलवाई, डीएम