- बेस कैंप से महिला समेत चार को पिथौरागढ़ लाया वायुसेना का दल

- बाकी की खोजबीन के लिए आइटीबीपी के दो दल मंडे को बेस कैंप से आगे बढ़ेंगे

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PITHORAGARH: नंदा देवी ईस्ट आरोहण के दौरान लापता सात विदेशी पर्वतारोही और एक भारतीय लाइजन अफसर का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है. इस बीच, संडे को वायुसेना का दल बेस कैंप में मौजूद चार पर्वतारोहियों को रेस्क्यू कर पिथौरागढ़ मुख्यालय ले आया. इनमें एक महिला भी है. चारों को उपचार दिया जा रहा है. सभी खतरे से बाहर हैं. इधर, उच्च हिमालयी क्षेत्र में बर्फबारी के चलते रेस्क्यू में दिक्कतें पेश आ रही हैं. भारत तिब्बत सीमा पुलिस के दो दल मंडे को मुख्य बेस कैंप से आगे की तरफ रेस्क्यू के लिए बढ़ेंगे. हेली रेस्क्यू भी जारी रहेगा.

आठ पर्वतारोही अभी भी लापता
7434 मीटर ऊंची नंदा देवी ईस्ट चोटी फतह करने के लिए 12 सदस्यीय दल 10 मई को नई दिल्ली से चला था. हिमालयन रन एंड ट्रैक प्राइवेट लिमिटेड दिल्ली द्वारा आयोजित इस अभियान में यूके के आठ, अमेरिका के दो, और आस्ट्रेलिया के एक पर्वतारोही के साथ ही भारतीय पर्वतारोहण संस्थान का एक लाइजन अफसर शामिल हैं. ये सभी 13 मई को मुनस्यारी से बेस कैंप की तरफ बढ़े. नंदा देवी ईस्ट चोटी आरोहरण के बाद दल को 31 मई को दल को वापस बेस कैंप लौटना था. लेकिन इस बीच दल में शामिल एक अमेरिकी पर्वतारोही की तबीयत बिगड़ गई और वह बेस कैंप में ही रुक गया, जबकि बाकी ने अपना अभियान जारी रखा. 26 मई को हिमालयी क्षेत्र में आए भारी एवलांच के बाद से दल के सदस्य भटक गए. इनमें से तीन किसी तरह बेस कैंप तक लौट आए, जबकि आठ तभी से लापता हैं. इनमें यूके और यूएसए के तीन-तीन, आस्ट्रेलिया का एक पर्वतारोही और एक भारतीय लाइजन अफसर शामिल हैं.

सभी स्वस्थ और खतरे से बाहर हैं
पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी डॉ. वीके जोगदंड ने बताया अभियान आयोजित करने वाली कंपनी ने 31 मई को पर्वतारोहियों के लापता होने की सूचना दी, उसके बाद से रेस्क्यू के प्रयास चल रहे हैं. बीते रोज बेस कैंप में ट्रेस किए गए चार पर्वतारोहियों को संडे को वायुसेना सकुशल रेस्क्यू कर पिथौरागढ़ ले आई. चारों यूके हैं, इनमें एक महिला पर्वतारोही भी है. इनकी पहचान जैचरे क्वेन (32), केट आर्मस्ट्रान (39), इयान वेड (45) और मार्क थॉमस (44) के रूप में हुई है. जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डा. एसएस कंवर ने बताया कि चारों पर्वतारोहियों को दो घंटे आइसीयू में गहन परीक्षण किया गया. सभी स्वस्थ और खतरे से बाहर हैं.