- जिले के तीन राइस मिलर्स ने किया क्रय केंद्रों के चावल कोटे में घपला

- यूपी कोऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड ने लिखा मंडी समिति को लेटर

GORAKHPUR: क्रय केंद्रों से धान लेकर उसके बदले चावल का पूरा कोटा देने के नाम पर जिले के तीन राइस मिलरों ने करीब एक करोड़ 89 लाख 46 हजार 967 रुपए का घोटाला किया है। यूपी कोऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड ने गोरखपुर मंडी समिति को लेटर लिख 2017-18 में हुए इस घोटाले में रिकवरी करने का अनुरोध किया है। साथ ही मिलरों के लाइसेंस निरस्त करने को भी कहा है। वहीं, अभी यूपी कोऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड की 13 और राइस मिलरों पर पैनी नजर है। उधर, मंडी समिति ने राइस मिलरों से रिकवरी की कार्रवाई शुरू कर दी है।

जमा नहीं कर रहे सीएमआर का बकाया

यूपी कोऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड की तरफ से दाखिल किए गए नीलामी पत्रवाद में राइस मिलरों पर वारंट जारी किया गया है। जारी वारंट के बाद भी मिलर राशि जमा नहीं करते हैं तो उनकी राशि की रिकवरी की जाएगी। शहर के तीन मिलरों पर अब शिकंजा कसने जा रहा है। यूपी कोऑपरेटिव की ओर से जारी पत्र में जिला खाद्य विपणन अधिकरी, क्षेत्रीय प्रबंधक और अपर जिलाधिकारी, जिला खरीद अधिकारी ने मंडी समिति को पत्र जारी कर कहा है कि इससे शासकीय क्षति हो रही है। जिसकी वसूली पत्र जारी करने के बाद भी राइस मिलरों द्वारा अवशेष सीएमआर की बकाया धनराशि जमा नहीं की जा रही है। उन्होंने मिलरों से वसूली करने का अनुरोध किया है। साथ ही कहा है कि अगर मिलरों द्वारा बकाया धन राशि नहीं जमा की जाती है तो मिलरों का लाइसेंस निरस्त किया जाए।

महकमे तक भी पहुंची सकती है आंच

धान लेकर उसके बदले चावल का पूरा कोटा देने के नाम पर ठेंगा दिखाने का यह घोटाला एक करोड़ रुपए से अधिक का हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इसमें लगभग 15 और मिलर जांच के घेरे में हैं। इन पर भी कानूनी शिकंजा कसेगा। सूत्रों के मुताबिक कई मिलरों ने तो करोड़ों रुपए के चावल का गबन कर रखा है। वहीं, जांच की आंच महकमे तक भी पहुंच सकती है। सूत्रों के मुताबिक गड़बड़ी में आरंभ से ही कुछ विभागीय वर्करों या अफसरों की संदिग्ध भूमिका पर भी उंगली उठती रही है।

इन पर है बकाया

मेसर्स कृष्ण एग्रो गुलरिहा बाजार - 2404.37 क्विंटल - 58,60989 लाख रुपए

मेसर्स संकल्प मिनी राइस मिल महराजगंज - 341.41 क्विंटल - 72,22080 लाख रुपए

मेसर्स शाद एग्रो इंडस्ट्रीज सिहाइजपार गगहा - 1180 सीएमआर - 38,63808 लाख रुपए

वर्जन

यूपी कोऑपरेटिव की ओर से राइस मिलरों पर कार्यवाई करने का पत्र मिला मिला है। इन राइस मिलर्स ने क्रय केंद्रों का धान लिया लेकिन चावल नहीं दिया। उनसे वसूली प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यदि यह बकाया धनराशि नहीं जमा करते हैं तो उनका लाइसेंस निरस्त किया जाएगा। इसके अलावा आगे की कार्रवाई होगी।

- सेवा राम वर्मा, मंडी सचिव