- कल से शुरू होगा रिकॉर्ड प्लांटेशन के लिए गड्ढे खुदाई का काम

- मिशन प्लांटेशन के लिए थर्सडे को दिन भर चला बैठकों का दौर

- मिशन प्लांटेशन के लिए 15000 वॉलिंटियर्स जुटाने का है टारगेट

देहरादून, 'रिस्पना से ऋषिपर्णा' योजना के तहत ठीक 24 घंटे बाद रिस्पना के उद्गम से संगम तक प्लांटेशन कैंपेन शुरू होने वाली है। 19 मई को प्लांटेशन के लिए गड़्ढे खुदाई का काम शुरू हो जाएगा। थर्सडे को इसे लेकर सरकारी से लेकर गैर सरकारी संस्थानों में मीटिंग्स का दौर जारी रहा और कैंपेन के लिए वर्कप्लान फाइनल किया गया।

उद्गम से संगम तक कैंपेन

रिस्पना नदी के पुनर्जीवीकरण के लिए नदी के उद्गम से संगम तक प्लांटेशन का महाअभियान सैटरडे 19 मई से शुरू हो रहा है। डीएम एसए मुरुगेशन ने मिशन रिस्पना के रोडमैप के बारे में बताया कि अभियान के शुरुआती दौर में नदी के कैचमेंट एरिया <- कल से शुरू होगा रिकॉर्ड प्लांटेशन के लिए गड्ढे खुदाई का काम

- मिशन प्लांटेशन के लिए थर्सडे को दिन भर चला बैठकों का दौर

- मिशन प्लांटेशन के लिए क्भ्000 वॉलिंटियर्स जुटाने का है टारगेट

देहरादून, 'रिस्पना से ऋषिपर्णा' योजना के तहत ठीक ख्ब् घंटे बाद रिस्पना के उद्गम से संगम तक प्लांटेशन कैंपेन शुरू होने वाली है। क्9 मई को प्लांटेशन के लिए गड़्ढे खुदाई का काम शुरू हो जाएगा। थर्सडे को इसे लेकर सरकारी से लेकर गैर सरकारी संस्थानों में मीटिंग्स का दौर जारी रहा और कैंपेन के लिए वर्कप्लान फाइनल किया गया।

उद्गम से संगम तक कैंपेन

रिस्पना नदी के पुनर्जीवीकरण के लिए नदी के उद्गम से संगम तक प्लांटेशन का महाअभियान सैटरडे क्9 मई से शुरू हो रहा है। डीएम एसए मुरुगेशन ने मिशन रिस्पना के रोडमैप के बारे में बताया कि अभियान के शुरुआती दौर में नदी के कैचमेंट एरिया ((उद्गम क्षेत्र<उद्गम क्षेत्र)) बड़े स्तर पर प्लांटेशन होगा। इसमें लंढौर से लेकर शिखर फॉल तक और मोथरोवाला के पास रिस्पना और बिंदाल संगम क्षेत्र तक को शामिल किया गया है। इस एरिया में दो लाख पौधे रोपे जाएंगे।

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- दो फेज में चलेगा प्लांटेशन कैंपेन।

- रिस्पना नदी को बांटा गया है 90 ब्लॉक्स में।

- हर ब्लॉक में लगाए जाएंगे ख्भ्0 प्लांट्स।

- फ‌र्स्ट फेज में क्9 मई से खोदे जाएंगे गढ्डे।

- सेकंड फेज में जुलाई से प्लांटेशन का काम।

जनसहयोग से होगा काम

प्लांटेशन कैंपेन को सफल बनाने के लिए प्रशासन द्वारा दूनवासियों के अलावा एनजीओ, संस्थाओं, स्कूल्स, एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस, सिटीजंस से आग्रह किया है कि एक ्रग्रुप किसी भी एक ब्लॉक में प्लांटेशन की जिम्मेदारी ले सकता है। कैंपेन में आर्मी, इको टास्क फोर्स, पुलिस व फॉरेस्ट डिपार्टमेंट प्रमुखता से शामिल हैं।

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सीएम ले रहे डेली अपडेट

सीएम खुद इस प्रोजेक्ट को लेकर डेली अपडेट ले रहे हैं। समय-समय पर प्रोजेक्ट को लेकर उच्चाधिकारियों की मीटिंग्स ली जा रही हैं। इसके साथ ही चीफ सेक्रेटरी प्रोजेक्ट की माॅनीटरिंग कर रहे हैं।

थ्री-डी मॉडलिंग पर काम जारी

उत्तराखंड साइंस एजुकेशन रिसर्च सेंटर (यूसर्क) रिस्पना नदी की थ्री-डी मॉडलिंग पर काम कर रहा है। पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के द्वारा भी मिशन रिस्पना का रेग्यूलर फॉलोअप किया जा रहा है। बोर्ड द्वारा सिविक बॉडी के साथ मिलकर नालियों की ब्लॉकिंग की जा रही है। जिससे नदी में दूषित पानी का प्रवाह रुक सके।

ये स्कूल कैंपेन में शामिल

डीएपी पब्लिक स्कूल मसूरी, दून इंटरनेशनल स्कूल, एमकेपी इंटर कॉलेज, जीजीआईसी राजपुर, लक्ष्मण भारती इंटर कॉलेज, हिम ज्योति स्कूल, बिवेरली स्कूल, ब्राइटलैंड, संस्कार स्कूल, पेस्टलवीड, विनबर्ग स्कूल, ओकग्रोव स्कूल, सेंट जॉर्ज स्कूल, स्कॉलर होम, शेमफॉर्ड स्कूल, स्प्रिंग हिल्स स्कूल, शिवालिक एकेडमी, दयानंद कन्या इंटर कॉलेज, केसी पब्लिक स्कूल, राजा राम मोहन राय एकेडमी, श्री लक्ष्मण विद्यालय आदि।

ये विवि व संगठन भी शामिल

वेस्ट वारियर, उत्तरांचल विवि, दून विवि, यूपीईएस, होम गार्ड, एसएसबी, ऑर्डिनेंस फैक्ट्री, वन निगम, पुलिस, स्पोर्ट कॉलेज, बीएसएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, जीओसी कैंट, सीडीओ ऑफिस, सॉयल कंजर्वेशन, सिविल डिफेंस, ओएनजीसी, मैड, सीएएसएफ, अमूल्य जीवन ऑर्गनाइजेशन आदि।