- रिस्पना से ऋषिपर्णा अभियान के तहत प्लांटेशन के लिए गढ्डों की खुदाई शुरू

- सीएम टीएस रावत ने की अभियान की शुरुआत, कई स्वयंसेवी जुटे अभियान में

- जून के अंत तक रिस्पना के दोनों किनारों में ढाई लाख गड्ढे खोदने का है लक्ष्य

देहरादून। दून की लाइफलाइन रही रिस्पना नदी को पुनर्जीवित करने के लिए रिस्पना से ऋषिपर्णा अभियान की सैटरडे से शुरुआत हो गई। सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कैरवाए गांव, तपोभूमि और दौड़वाला में मिशन प्लांटेशन के लिए गढ्डे खुदाई के काम का उद्घाटन किया। सीएम ने खुद फावड़ा चलाकर इस अभियान की शुरुआत की। रिस्पना को पुनर्जीवित करने की कवायद के पहले चरण में नदी के दोनों ओर ढाई लाख पेड़ लगाने की योजना बनाई गई। यह लक्ष्य जून के अंत तक पूरा किया जाना है। अभियान में सरकारी विभागों के साथ ही दर्जनों संगठनों और स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया।

सीएम बोले, यह सामाजिक आंदोलन है

सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि रिस्पना और कोसी नदियों फिर से जीवित करने का अभियान सिर्फ इन दो नदियों तक सीमित न रखकर पूरे राज्य में ले जाना है। युवा ठान लें तो हर नदी-गदेरे को नया जीवन मिल सकता है। रिस्पना का पुनर्जीवन सरकारी आयोजन नहीं हैं, इसे समाज का कार्यक्रम बनाना होगा। आज जिस तरह छोटे-छोटे बच्चों से लेकर युवा और बुजुगरें ने भागीदारी की है, इससे नई उम्मीद जगी है। विश्वास किया जाना चाहिए कि यह एक बड़ा सामाजिक आंदोलन बनेगा।

आने वाली पीढि़यों को समर्पित

सीएम ने कहा कि रिस्पना और बिन्दाल नदियों में पहले स्वच्छ जलधारा बहती थी। रिस्पना को बचाने का प्रयास आने वाली पीढि़यों के लिए है। सरकार के पास प्लान-ए, प्लान-बी व प्लान-सी तैयार है, जरूरत जन भागीदारी की है। सीएम ने मुख्य सचिव को निर्देश दिये कि शहर में कुछ ऐसे मीटिंग प्वाइंट बनाने पर विचार किया जाय, जहां पर लोग वृक्षारोपण कार्य के लिए एकत्र हों। उन प्वाइंट्स से लोगों को वृक्षारोपण स्थल तक ले जाने के लिये वाहनों की व्यवस्था की जा सकती है।

2.5 लाख प्लांटेशन का लक्ष्य

डीएम एसए मुरुगेशन ने बताया कि मिशन के अन्तर्गत लंढौर शिखर फॉल से मोथरोवाला दौड़वाला तक लगभग 2.5 लाख गड्ढ़े खोदने का लक्ष्य है, जो जून के अंत तक पूरा किया जाना है। इसके लिए कैरवान गांव शिखर फॉल से राजपुर हेड (काठबंगला) और नारी निकेतन मोथरोवाल तक 39 ब्लॉक बनाये गये हैं। हर ब्लॉक में 250 गड्ढ़े खोदने का लक्ष्य है। उन्होंने दावा किया कि मिशन प्लांटेशन के उद्घाटन पर 40 से ज्यादा सरकारी और गैर सरकारी संगठनों ने हिस्सा लिया। 8 से 10 हजार तक स्वयं सेवकों, स्कूली छात्र-छात्राओं, आम लोगों ने भागीदारी की।

जुलाई में होगा प्लांटेशन

जून के अंत तक गड्ढे खोदने के बाद जुलाई में प्लांटेशन किया जाएगा। कुल लगाये जाने वाले पेड़ों में 30 प्रतिशत फल वाले वृक्ष होंगे, जबकि अन्य पेड़ छायादार और पर्यावरण को स्वच्छ रखने वाले होंगे। इस बात का खास ध्यान रखा जाएगा कि ये पेड़ पानी को संरक्षित करने में सहायक हों, ताकि रिस्पना को स्वच्छ पानी मिले।

ये संगठन हुए शामिल

गढ्डे खोदने के अभियान में आईटीबीपी, वन विभाग, ईको टास्क फोर्स, यूसर्क, मैड, सिविल डिफेन्स, स्कॉलर्स होम एलुमिनी एसोसिएशन, सेन्ट जार्ज स्कूल, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज कारगी, परमार्थ निकेतन सहित बडी संख्या में सरकारी व गैर सरकारी संगठनों ने भाग लिया।

ये रहे मौजूद

परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के स्वामी चिदानंद मुनि, विधायक गणेश जोशी, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, सचिव पेयजल अरविंद सिंह ह्यांकी, वीसी एमडीडीए डा। आशीष श्रीवास्तव, प्रमुख वन संरक्षक जयराज भी कार्यक्रम में मौजूद थे।