115

से 120 तक जा सकती है जनरल की कट ऑफ मेरिट

21

जनपदों के कुल 1146 केन्द्रों पर करायी गयी परीक्षा

5,33,447

परीक्षार्थियों ने कराया था पंजीकरण

3,40,121

परीक्षार्थी हुए परीक्षा में शामिल

63.76

फीसदी परीक्षार्थियों की रही उपस्थिति

यूपीपीएससी ने रविवार को आयोजित की आरओ-एआरओ की परीक्षा

ALLAHABAD: यूपीपीएससी द्वारा समीक्षा अधिकारी एवं सहायक समीक्षा अधिकारी 2017 परीक्षा का आयोजन रविवार को किया गया। इस बार के परीक्षा पैटर्न ने वनडे एग्जाम की तैयारी करने वाले परीक्षार्थियों को जोर का झटका लगा है। इनके लिए प्रश्न पत्र को हल कर पाना आसान नहीं रहा। परीक्षार्थियों के मुताबिक परीक्षा में लागू माइनस मार्किंग ने उन्हें होड़ से लगभग बाहर ही रखा है। सिविल सर्विसेस परीक्षा की तैयारी करने वालों के लिए प्रश्न पत्र संतोषजनक और स्तरीय रहा।

ऐसे रहे सवाल

-प्रथम प्रश्न पत्र में हिस्ट्री, करेंट अफेयर्स और यूपी स्पेशल से पर्याप्त संख्या में सवाल पूछे गए।

-हिन्दी के दूसरे प्रश्न पत्र में पर्यायवाची, शुद्ध-अशुद्ध, तत्भव तत्सम शब्दों के लिए एक शब्द तथा विशेषण विशेष से सवाल पूछे गए।

परीक्षार्थियों ने बताई ये बातें

-जनरल स्टडीज के प्रश्न पत्र में लगभग सभी सब्जेक्ट्स को टच करने की कोशिश की गई।

-हर सेक्शन से जुड़े सवाल सही रेशियो में पूछे गए।

-जीएस में बायोलॉजी के सवाल ज्यादातर परीक्षार्थियों को जटिल लगे।

-बजट तथा करेंट अफेयर्स से रिलेटेड सवाल ठीक ठाक संख्या में पूछे गये।

-साइंस के सवालों की संख्या भी अधिक रही।

कॉलिंग

इस बार रिपीटेड सवालों की संख्या कम रही। ज्यादातर नए सवाल ही पूछे गये। परीक्षार्थियों के लिए यह अच्छा अनुभव रहा। दूसरा प्रश्न पत्र भी संतुलित रहा। इसे न टफ कहा जा सकता है और न आसान।

-विक्रम सिंह

कूट मिलान वाले सवाल यूपीएससी के पैटर्न पर पूछे गये। ये ऐसे सवाल होते हैं। जिनमें कन्फ्यूजन बना ही रहता है। वहीं कौन सा इसमें नहीं है से संबंधित सवाल भी परेशान करने वाले थे।

-अशोक

हिन्दी के पेपर में तकरीबन सात सवाल ऐसे थे। जिसमें बताना था कि इसमें कौन से युग्म गलत हैं। ऐसे ही सवाल परीक्षा में सफलता और असफलता का अंतर पैदा करते हैं।

-मनोज

इस परीक्षा में पहली बार माइनस मार्किंग लागू की गयी थी। ऐसे में बहुत संभलकर सवालों के जवाब देने थे। मैंने पूरी सावधानी से पेपर हल करने की कोशिश की।

-अनुराधा