RANCHI: राजधानी रांची में बढ़ते अपराधों को लेकर लोगों में गुस्सा है। वहीं, मंगलवार को डोरंडा थाना क्षेत्र के घाघरा में अज्ञात अपराधियों द्वारा ग्रामसभा के सचिव शंकर सुरेश पर जानलेवा हमला करने और उनके दोस्त शामू की हत्या के विरोध में स्थानीय लोगों ने डोरंडा-नामकुम सड़क जाम कर दी। स्थानीय लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की।

मंगलवार रात हुई हत्या

गौरतलब हो कि अपराधियों ने मंगलवार की देर रात डोरंडा थाना क्षेत्र के घाघरा में ग्रामसभा के सचिव शंकर सुरेश और उनके दोस्त सामू को गोली मारी। इस घटना में जहां सामू की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। वहीं घायल शंकर को आनन-फानन में स्थानीय लोगों की मदद से इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। शंकर की स्थिति गंभीर बनी हुई है। जमीन विवाद में हत्या की बात सामने आ रही है।

कैसे मारी गई गोली

मिली जानकारी के अनुसार, शंकर सुरेश और शामू मोटरसाइकिल पर खुशबू टोली से कुसई की ओर जा रहे थे। इसी क्रम में बड़ा घाघरा के पास अज्ञात अपराधियों ने पीछे से दोनों को गोली मारी दी। गोली लगते ही दोनों गिर गए। शामू उरांव की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और शंकर, सुरेश उरांव की पीठ और बाईं बांह में दो गोली लगी है। सुरेश उरांव गोली लगने के बाद भागते हुए बिरसा कच्छप नामक व्यक्ति के घर में छिप गए। इसके बाद स्थानीय लोगों को मामले की जानकारी मिली। बाद में सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची और छानबीन में जुट गई।

जमीन विवाद में मारी गई गोली

मिली जानकारी के अनुसार, बड़ा घाघरा क्षेत्र में जमीन को लेकर काफी विवाद चल रहे हैं। ग्राम सभा सचिव सुरेश उरांव आदिवासियों की जमीन को बचाने में लगे हुए हैं। इस वजह से जमीन माफिया से विवाद भी होते रहा है। कुछ दिन पहले सुरेश उरांव को धमकी मिली थी। माना जा रहा है कि ये हमला इसी विवाद को लेकर हुआ है।

हत्याकांड का खुलासा करने में पुलिस विफल

पिछले एक महीने के दौरान डोरंडा थाना क्षेत्र में हुई हत्याओं में से किसी भी हत्याकांड का खुलासा करने में पुलिस सफल नहीं रही है।

एक महीने में डोरंडा में मर्डर

9 दिसंबर 2018:

डोरंडा थाना क्षेत्र के बड़ा घाघरा में अपराधियों ने अमित टोप्पो नामक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। सुबह अमित का शव मिला था, जो ओला कैब चलाने का काम करता था। इस मामले में पुलिस अब तक किसी भी अपराधी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।

29 दिसंबर 2018:

बड़ा घाघरा में जमीन कारोबारी अरुण किस्पोट्टा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उनकी पत्नी ने 5 अपराधियों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस अब तक एक भी अपराधी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।