-लालफाटक, कैंट, घोड़ा बटालियन रोड, सेटेलाइट होकर पहुंचेंगे त्रिशूल
- अफसरों ने किया रिहर्सल, एक दिन पहले तक व्यवस्थाएं नहीं थी चाक-चौबंद
बरेली:
शहर में प्रधानमंत्री मोदी की सैटरडे को रैली है. रैली के बाद पीएम लालफाटक, कैंट, घोड़ा बटालियन रोड, सेटेलाइट होकर त्रिशूल हवाई अड्डा पर पहुंचेंगे और यहीं से अपने गंतव्य की ओर रवाना हो जाएंगे. इसके लिए प्रशासन पूरे दिन रूट को लेकर मंथन करता रहा. साथ ही अफसर कभी रिहर्सल तो कभी सिक्योरिटी को लेकर दौड़ते रहे. फ्लीट में एसएसपी के अलावा एसपीजी के अधिकारी भी मौजूद थे. हालांकि जिस सड़क मार्ग से पीएम वापस त्रिशूल पहुंचेंगे उस रूट पर आवारा जानवर और अतिक्रमण है. इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि अफसर पूरे दिन सिर्फ सिक्योरिटी और रूट मैप की बात करते रहे, लेकिन देर शाम तक पीएम की सुरक्षा को लेकर काफी काम नहीं किया गया था.
रोड पर सजा कार बाजार
प्रशासन रूट तय करने के लिए दिन भर दौड़ते रहे, लेकिन पीलीभीत रोड पर ही चल रही कार बाजार की तरफ शायद प्रशासन की नजर नहीं गई. रोड पर खड़ी कारों से अक्सर हादसे भी हो जाते हैं, लेकिन पीएम की रैली के एक दिन पहले भी प्रशासन ने इनको हटाने की जरूरत नहीं समझी.
घूमते रहे आवारा जानवर
शहर में छुट्टा जानवर रोड पर न घूमे इसके लिए नगर निगम ने लाखों रुपए खर्च कर सीबीगंज में कान्हा उपवन का निर्माण कराया. पीएम की रैली के एक दिन पहले भी उनके प्रस्तावित रूट पर खुलेआम छुट्टा जानवर घूमते रहे और अफसर अपने दूसरे कामों में व्यस्त रहे.
डिवायडर की रंगाई-पुताई
पीएम रैली से ठीक एक दिन पहले ही प्रशासन ने डिवायडर की रंगाई-पुताई का काम किया. वहीं पीएम के लिए सड़कों के गड्ढों को जगह-जगह भरा गया, जिससे बदहाल सड़कों पर पीएम की नजर न पड़े. साथ ही महीनों से पड़े कूडे़ को भी ठिकाने लगाया गया.
10 कंपनी पीएसी सुरक्षा में
प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था के लिए दस कंपनी पीएसी लगाई गई है. इसके अलावा पूरे रूट पर हर पचास मीटर से भी कम जगह पर पुलिसकर्मी को तैनात कर दिया गया है.
शादी में हो सकती दिक्कत
शनिवार को बदायूं रोड भी शाम चार बजे से बंद हो जाएगा. महज बाइक सवार ही जा सकेंगे. बदायूं रोड पर तमाम बरातघर हैं जिसमें शनिवार को शादी समारोह होने हैं. ऐसे में पुलिस की सख्ती और रूट डायवर्जन से परेशानी हो सकती है.
नहीं बंद होंगी रेलवे क्रॉसिंग
प्रधानमंत्री के सभा स्थल से लौटते समय लालफाटक पर दो रेलवे क्रासिंग पड़ेंगी. इसको लेकर अधिकारी परेशान थे. अगर किसी एक भी क्रासिंग पर ट्रेन आ गई तो कम से कम 20 मिनट लग जाएंगे. इसको लेकर रेलवे अधिकारियों से बात कर ली गई है. अगर ट्रेन आती भी है तो उसे रेलवे क्रासिंग से पहले ही रोक दिया जाएगा. प्रधानमंत्री के काफिले के दौरान क्रॉसिंग बंद नहीं किया जाएगा.