- यूबी एरिया, कमांडेंट ने कहा, हमारी संस्तुति हो चुकी है, रक्षा मंत्रालय से मिलेगी एनओसी

BAREILLY:

लाल फाटक पर आरओबी को स्वीकृति देते हुए वर्ष 2013 में प्रदेश सरकार ने बजट जारी किया था। लेकिन आरओबी के लिए एनओसी देने में रेलवे ने दो साल लगा दिए। जिसके बाद सेना, कैंटोनमेंट, पीडब्ल्यूडी और सेतु निगम ने आरओबी के लिए ज्वाइंट सर्वे किया। सर्वे में करीब 7110 वर्गमीटर जमीन निर्माण के लिए चिह्नित की गई थी। फिर सेतु निगम ने सेना, मिलिट्री फॉर्म और कैंटोनमेंट को आरओबी का प्रस्ताव पर एनओसी के लिए भेजा। सिर्फ सेना से एनओसी मिलने का दो वर्षो से हो रहा इंतजार लेकिन अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है।

लाल फाटक के लिए 6 करोड़ मिले

कमिश्नर पीवी जगनमोहन ने वेडनसडे को डिस्ट्रिक्ट के बड़े प्रोजेक्ट की समीक्षा की। जिसमें बताया गया कि लाल फाटक के लिए 6 करोड़ रुपए मिल चुके हैं। इसकी लागत की व्यवस्था हुडको से हो गई है, इसलिए इसके बजट में कोई कमी नहीं आएगी।

एक नजर में

- 2011 में सेतु निगम का प्रस्ताव, 2012 में स्वीकृति को भेजा

- 2013 में 82.49 करोड़ का एस्टीमेट हुआ मंजूर, बजट जारी

- 50 करोड़ सेतु निगम और 32.49 करोड़ रेलवे ने किए जारी

- 2015 में रेलवे ने दी एनओसी, सेना की एनओसी का इंतजार

- 7110 वर्ग मी। में लाल फाटक आरओबी का होगा निर्माण

- 955.42 मीटर है आरओबी की लंबाई, 7 सौ टन होगी क्षमता

- रेलवे समेत आर्मी हेडक्वॉर्टर, कैंट बोर्ड, मिलिट्री फार्म की है जमीन

आरओबी के लिए सेना से संस्तुति पत्र रक्षा मंत्रालय को भेज दिया गया है। रक्षा मंत्रालय से ही एनओसी जारी होगी। क्योंकि जमीन पर निर्णय लेने का अधिकार हेडक्वॉर्टर का है।

प्रियदर्शी अमित, एडम कमांडेंट, यूबी एरिया

लाल फाटक ओवरब्रिज का एस्टीमेट राज्य सरकार और रेलवे से स्वीकृत है। एनओसी के लिए पत्र लिखा जा चुका है पर अब तक कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला।

एसके गर्ग, उप परियोजना प्रबंधक, सेतु निगम

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लालफाटक हादसे के बाद बंद किया कांधरपुर मोड़

- दर्दनाक हादसे के बाद जागा सेतु निगम, लगाए डिवाइडर, फिलहाल आफत अभी बरकरार

BAREILLY:

बरेली बदायूं रोड स्थित लाल फाटक पर लगने वाले जाम से राहत देने के लिए बन रहा आरओबी अब जानलेवा होता जा रहा है। पिछले वर्ष कमिश्नर के आदेश पर शुरू हुआ निर्माण अधूरा पड़ा है। जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। सेना की जमीन पर रेलवे ओवर ब्रिज बनाने के लिए दो वर्षो से रक्षा मंत्रालय की ओके के इंतजार की कीमत राहगीरों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ रही है। जिसका सुबूत है ट्यूजडे को स्टूडेंट आयुष की एक्सीडेंट में दर्दनाक मौत। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने वेडनसडे को निर्माण कार्य का रियलिटी चेक किया। साथ ही, अधिकारियों से बात की। क्या है स्थिति पढि़ए.

लगाए गए डिवाइडर

लाल फाटक पर हुए हादसे के बाद वेडनसडे को कांधरपुर मोड़ के दोनों साइड डिवाइडर लगा दिए गए। ताकि वाहनों के रॉन्ग साइड जाने की संभावना न रहे। ट्यूजडे को रॉन्ग साइड से आ रहे एक बेकाबू ट्रक ने केंद्रीय विद्यालय के 13 वर्षीय छात्र आयुष को रौंद दिया था। जिसकी अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई थी। कांधरपुर मोड़ पर रॉन्ग साइड से आने जाने वाले वाहन हमेशा ही लोगों की जान को खतरा बने रहते थे। जो डिवाइडर वेडनसडे को लगाए गए यदि वह पहले लगा दिए जाते तो शायद छात्र की जान बच जाती।

शॉर्टकट ले रहे लोग

एक ओर डिवाइडर लग रहे थे तो दूसरी तरफ शॉर्ट कट मारकर हर व्यक्ति जल्दबाजी में दिखाई दिया। स्थानीय निवासियों ने बताया कि सबसे ज्यादा रॉन्ग टर्न ट्रक वाले करते हैं, जल्दी पहुंचने के लिए कहीं भी घुस जाते हैं। और यह भी नहीं देखते कि जिस साइड वो चल रहे हैं वह रॉन्ग साइड है या राइट। इसी जल्दबाजी की वजह से ट्यूजडे को बड़ा हादसा हुआ। लाल फाटक पर दो रेलवे क्रांसिग में से एक ज्यादा समय बंद ही रहता है। हादसे के वक्त मौजूद लोगों के मुताबिक ट्रक ने जब साइकिल को टक्कर मारी उस वक्त फाटक पर जाम लगा था। जिससे न तो एंबुलेंस आ सकी और न ही आयुष को अस्पताल पहुंचाया जा सका।

हादसा मेरे सामने ही हुआ था जैसे ही लड़के को लेकर भागे तो देखा दोनों फाटक बंद थे। फिर भी कोशिश की लेकिन दोनो फाटक पार करते करते देर हो गई।

मो। फहीम, शॉप कीपर

स्कूल की छुट्टी के बाद बच्चों को देखने वाला कोई नहीं होता और ना ही कोई ट्रेफिक रोकने वाला होता है। इसी बीच ट्रक वाले ट्रक को लेकर रॉन्ग साइड घुस जाते है।

मो। अफसार, शॉपकीपर

डिवाइडर इन्होंने आज लगाए है अगर यह पहले ही लगा देते तो कोई रॉन्ग साइड घुस ही नहीं पाता और शायद आज आयुष बच जाता।

तेजवीर सिंह, रोडवेज परिचालक

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पोस्टमाटर्म हाउस पर रोए परिजन

वेडनसडे को आयुष का परिजनों की सहमति के बाद पोस्टमार्टम कराया गया। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ट्रक ड्राइवर चैत गौटिया निवासी उमेश को गिरफ्तार कर लिया है। पोस्टमार्टम हाउस पर आयुष का शव मिलने के बाद फिर से परिजन फूट-फूटकर रोने लगे। इस दौरान पुलिस भी मौजूद रही।