लुटेरों ने परिवार को धमका कर कब्जे में नहीं लिया, सीधे हमला किया

बिना कुछ लूटे भागे बदमाश, जानलेवा हमले में मुकदमा दर्ज

आगरा। कैलाशपुरी शू एक्सपोर्टर के यहां हुई घटना में बदमाश लूट के इरादे से नहीं आए थे। बदमाश परिवार पर हमला करने आए थे। बदमाशों ने ऐसा कुछ नहीं किया जो लुटेरे करते हैं। पुलिस इस घटना को लूट नहीं चोरी मान कर चल रही है लेकिन परिवार ने लूट और चोरी की बात तहरीर में लिख कर नहीं दी है। पुलिस ने मामले में हमले और मारपीट में मुकदमा दर्ज किया है।

सीधे हमला क्यों किया बदमाशों ने

कहीं भी बदमाश यदि लूट करने आते हैं तो सबसे पहले परिवार के लोगों को कब्जे में लेते हैं, आते ही हमला नहीं करते। बंधक बना कर लूट की घटना करते हैं। कैलाशपुरी में आए बदमाशों के पास हथियार भी थे। बदमाश सीधे गोली भी मार सकते थे लेकिन बदमाशों ने शू एक्सपोर्टर के बेटे के सिर पर रॉड से वार किया।

कुछ भी नहीं ले गए बदमाश

बदमाशों ने मकान की बाउंड्री फांद कर ड्राइंग रूम की खिड़की निकाल दी इसके बाद सीधे अंदर नहीं गए पहले मेनगेट के अंदर वाला गेट खोल दिया जिससे भागने में आसानी हो। लोहे का गेट इसलिए नहीं खोला जिससे आवाज हो। अंदर सामने वाला रूम खुला हुआ था। वहां पर बदमाश नहीं गए। इसके अलावा बदमाशों ने किसी और कमरे को हाथ नहीं लगाया। बदमाश सीधे उसी रूम में गए जहां पर परिजन सो रहे थे।

न कुछ बोले और न पूछा

कई घटनाओं में बदमशों के द्वारा परिजनों को बंधक बनाया जाता है या फिर गन प्वाइंट पर लिया जाता है लेकिन ये घटना बिल्कुल अलग है। यहां पर बदमाशों ने परिजनों से एक शब्द भी बात नहीं की। न उनसे माल की अलमारी ही पूछी और न अलमारी की चाबी मांगी। परिजनों के मुताबिक बदमाश जींस, लोअर, टीशर्ट पहन कर आए थे।

पुलिस मान रही चोरी

पुलिस का कहना है कि यह लूट का मामला नहीं है। बदमाश यहां पर चोरी करने आए थे। चोर उसी कमरे में गए जो अंदर से बंद था। बदमाशों को लगा कि माल इसी कमरे में हैं। लेकिन जगार होने पर चोरी नहीं हो पाई। जिस तरह से खिड़की काटी गई है वह चोरों का ही तरीका है। हमले में बेटे के सिर से खून की धार निकल गई थी। पुलिस ने तहरीर पर जानलेवा हमला व घर में घुस कर मारपीट में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि विवेचना में बात निकलेगी वैसी ही कार्रवाई की जाएगी।

पूर्व की घटनाओं का नहीं हुआ खुलासा

कॉलोनी के लोगों ने बताया कि पहले भी यहां पर चोरी की घटनाएं हो चुकी है। लेकिन अभी तक एक भी मामले में खुलासा नहीं हो सका है। 2012 में पंचम लाल व श्रुति के यहां चोरी की वारदात हुई। 2013 में अश्वनी ग्रोवर व मिरिंडा के यहां पर चोरी की घटना हुई थी। कॉलोनी में चेन स्नेचिंग की घटनाएं भी हुई है। बदमाशों के लिए ये कॉलोनी लूट के लिए सेफ एरिया है। यहां पर पुलिस की गश्त बराबर होनी चाहिए।

अब रखा जाएगा कॉलोनी में गार्ड

एमआईजी कॉलोनी में को सुरक्षा गार्ड नहीं है। सीसीटीवी कैमरा भी नहीं है। लोगों का कहना है कि अब वह सोसाइटी बना कर यहां पर गार्ड रखेंगे साथ ही सीसीटीवी कैमरे भी लगवायेंगे।