क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ : अगर आपको भी कोई तकलीफ है तो प्लीज अपने को एक दिन और संभालकर रखें. ऐसा इसलिए क्योंकि कोलकाता के नील रतन सरकार मेडिकल कॉलेज के मेडिकोज पर किये गए जानलेवा हमले का विरोध अभी थमा नहीं है. इसी के विरोध में अपने रांची में 17 जून को भी सरकारी से लेकर किसी भी प्राइवेट हॉस्पिटल में डॉक्टर साहब नहीं मिलेंगे. इस कारण आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. इस दिन देशभर के डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे. अलबत्ता इमरजेंसी को हड़ताल से दूर रखा गया है. बता दें कि इस स्ट्राइक को आईएमए और झासा का भी सपोर्ट मिल रहा है.

इनडोर में मरीज होंगे परेशान

रिम्स के इनडोर में फिलहाल 1500 मरीज एडमिट हैं. इनकी देखरेख करने वाले सभी डॉक्टर इस हड़ताल में शामिल होंगे. इससे वार्ड में राउंड नहीं होगा और उनका चेकअप भी नहीं हो सकेगा. इसके अलावा मरीजों को नई दवाएं भी नहीं लिखी जाएंगी. ट्रीटमेंट का सारा काम ठप रहने से इनडोर के मरीजों को ज्यादा परेशानी झेलनी होगी. वहीं ओपीडी में आने वाले 1500 मरीजों को भी दिक्कत तलब होना पड़ेगा. हाल ही में रिम्स में हड़ताल के दौरान इन मरीजों की स्थिति बिगड़ गई थी. इस कारण परिजनों को अपने मरीजों के इलाज के लिए उन्हें प्राइवेट लेकर भागना पड़ा था.

'सदर' में भी भर्ती हैं120 मरीज

सदर हॉस्पिटल के मैटरनिटी और जनरल वार्ड में भी एडमिट मरीजों की संख्या 100 है. इन वार्डो में कुछ बच्चे भी इलाज करा रहे हैं. आज इमरजेंसी में एक-दो डॉक्टरों को छोड़ बाकी सभी हड़ताल पर रहेंगे. इससे इमरजेंसी में भी मरीजों को परेशानी झेलनी होगी. वहीं ओपीडी में हर दिन 900 मरीज आते हैं. इन्हें भी हॉस्पिटल में निराशा ही हाथ लगेगी.

हेल्थ सेक्रेटरी को दे चुके हैं पत्र

कोलकाता में नील रतन सरकार मेडिकल कॉलेज के मेडिकोज पर हुए हमले के विरोध में देशभर के डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे. इनकी ये हड़ताल मंगलवार को सुबह 6 बजे तक जारी रहेगी. इसे लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने हेल्थ सेक्रेटरी को पत्र भी भेजा है. साथ ही इसमें कहा है कि केवल इमरजेसी की सेवाएं आम दिनों की तरह चालू रहेंगी. बाकी ओपीडी और इनडोर में वे लोग किसी भी हाल में सेवा नहीं देंगे. क्योंकि बिना सिक्योरिटी के वे लोग कब तक इलाज करेंगे और परिजनों की मार झेलेंगे.