वर्ल्ड ब्लड डोनर्स डे आज
ओ निगेटिव ब्लड की किल्लत देखते हुए आगे आए नवनीत खुराना
25 साल से कर रहे डोनेशन, अब तक 75 से 80 बार दे चुके हैं ब्लड
Meerut. जहां लोग ब्लड डोनेट करने से हिचकते हैं, वहीं छीपी टैंक निवासी नवनीत खुराना समाज के लिए मिसाल हैं. ओ निगेटिव जैसा रेयर ब्लउ ग्रुप होने के बावजूद नवनीत लगातार 25 साल से वॉलिंटरी ब्लड डोनेट कर रहे हैं.
18वें बर्थडे पर
नवनीत बताते हैं कि उन्होंने 1994 में अपने 18वें बर्थडे पर पहला ब्लड डोनेशन किया था. इसके बाद से लगातार ब्लड डोनेट कर रहे हैं. यही नहीं जरूरत के समय लोगों को मदद मिले इसलिए उन्होंने अपने फ्रेंड सर्किल का एक ग्रुप तैयार किया है. इसमें सभी डोनर्स ओ निगेटिव ब्लड ग्रुप के हैं. 43 साल के नवनीत अब तक 75 से 80 बार ब्लड डोनेट कर चुके हैं. गुरुवार को भी आईएमए ब्लड बैंक में ऑनकॉल जरूरत पर ब्लड डोनेट किया है.
ऑनलाइन किया रजिस्ट्रेशन
बकौल नवनीत कई साल पहले उन्होंने ऑनलाइन साइट्स पर ब्लड डोनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन किया था. उस वक्त ब्लड डोनेशन को लेकर इतनी अवेयरनेस नहीं थी. अब लेकिन डोनेशन के लिए खुद लोगों के कॉल आते हैं. वह कहते हैं कि शुरु से ही उनक फैमिली में ब्लड डोनेशंस को लेकर काफी जागरूकता रही है.
ब्लड डोनेशन है आसान
ई-रक्त कोष एप के जरिए डोनर्स खुद को रजिस्टर्ड करवा सकते हैं.
18 से 65 वर्ष के लोग ब्लड डोनेट कर सकता है.
ब्लड डोनर का हीमोग्लोबिन 12.5 एवं वजन 45 किग्रा से कम नहीं होना चाहिए.
हर तीन महीने के बाद किया जा सकता है ब्लड डोनेट
ब्लड डोनेट खाली पेट न करें.
ब्लड डोनेट के बाद 24 घटे तक धूम्रपान, तंबाकू, शराब का सेवन न करें.
24 घटे तक कोई भारी वजन न उठाएं, खासकर जिस हाथ से रक्त निकला गया हो.
गर्मी के दिनों में ब्लड डोनेट करने के बाद अगले तीन घंटे तक धूप में न निकलें.
इस साल डब्ल्यूएचओ सेव ब्लड फॉर ऑल की थीम पर वर्ल्ड डोनेर्स डे का आयोजन कर रहा है.