एसएससी ने सीजीएल 2017 टीयर वन का परिणाम भी किया था संशोधित

पहले नहीं माना था सोशल मीडिया पर वायरल हुई आंसर की

सेंट्रल रीजन कार्यालय पर सोमवार को छात्रों का जोरदार प्रदर्शन

ALLAHABAD: स्टॉफ सेलेक्शन कमीशन (एसएससी) के कम्बाइंड ग्रेजुएट लेवल एग्जाम 2017 टीयर टू पेपर लीक कांड के बाद दिल्ली समेत देश के दूसरे हिस्सों में विरोध प्रदर्शन का दौर चल रहा है। इसकी आग सोमवार को इलाहाबाद भी पहुंच गयी। यूपी और बिहार की परीक्षा कंडक्ट करवाने वाले इलाहाबाद स्थित एसएससी सेंट्रल रीजन कार्यालय पर सैकड़ो की तादात में पहुंचे छात्रों ने सोमवार को पूरे दिन विरोध प्रदर्शन किया। पेपर लीक से गुस्साए छात्रों ने क्रमिक अनशन की शुरुआत भी कर दी। छात्रों के जमावड़े की जानकारी पाकर भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात रहा।

21 फरवरी की परीक्षा पर बिगड़ा मामला

छात्रों का जत्था डीएम ऑफिस भी पहुंचा। वहां प्रदर्शन के बाद छात्रों ने अपना ज्ञापन दिया। बहरहाल, सीजीएल टीयर टू की पूरी परीक्षा को लेकर उपजे आक्रोश और सीबीआई जांच की अनुशंसा के चलते अब इस परीक्षा पर संकट के बादल गहराने लगे हैं। 21 फरवरी को निरस्त की गई सीजीएल की 09 मार्च को होने वाली पुर्नपरीक्षा को लेकर भी उहापोह का दौर शुरु हो गया है। बता दें कि सीबीआई जांच का फैसला होने से पहले एसएससी ने परीक्षा में पेपर लीक के आरोप को खारिज कर दिया था। दरअसल, आयोग को सूचना मिली थी कि विगत 21 फरवरी को सुबह 10:30 बजे से हुई परीक्षा से ठीक पहले 10:15 बजे क्वांटिटेटिव एबिलिटी पेपर वन की आंसर की सोशल मीडिया और ईमेल के थ्रू वायरल कर दी गयी है। यही नहीं एक अभ्यर्थी ने आयोग को 21 फरवरी की दोपहर 12:30 बजे लिए गए परीक्षा से जुड़े स्क्रीनशॉट को भेजकर जांच करवाने की मांग की थी।

दिल्ली क्राईम ब्रांच को सौंपी जांच

इसके बाद आयोग के अफसरों के कान खड़े हो गये थे। इस घटनाक्रम से परीक्षा में शामिल अभ्यर्थी भी सकते में आ गए, उन्हें पेपर लीक हो जाने की भी चिंता सताने लगी थी। इस बीच आयोग मुख्यालय की ओर से सूचना जारी कर कहा गया कि आयोग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच करवायी। इसमें सारे आरोप निराधार पाये गये। एसएससी मुख्यालय का स्पष्ट मत था कि यह कुछ शरारती तत्वों की करतूत थी। हालांकि, एहतियातन घटनाक्रम की जांच दिल्ली क्राईम ब्रांच को सौंप दी गयी थी।

निरस्त कर दी थी परीक्षा

हालांकि, आयोग ने 21 फरवरी को हुई पेपर वन की परीक्षा को निरस्त कर दिया है। लेकिन इसके पीछे कारण आंसर की का वायरल होना नहीं माना। आयोग के परीक्षा नियंत्रक की ओर से जारी सूचना में कहा गया था कि यह परीक्षा अब दोबारा 09 मार्च को सुबह 10:30 बजे से करवायी जायेगी। इसका विस्तृत विवरण अलग-अलग रिजनल वेबसाइट पर जारी किया जायेगा। आयोग में कुछ अभ्यर्थियों ने शिकायत कर बताया था कि परीक्षा के समय कुछ टेक्निकल प्रॉब्लम के चलते ऑनलाइन डाटा फीडिंग में प्रॉब्लम आयी। इससे परीक्षा में विलंब हुआ। एसएससी ने शिकायतों को सही पाया और परीक्षा दोबारा करवाने का निर्णय लिया।

परीक्षा और परिणाम की खास बातें

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-- कम्बाइंड ग्रेजुएट लेवल एग्जाम 2017 टीयर वन का संशोधित परिणाम बीते 11 जनवरी को जारी करना पड़ा।

- टीयर वन परीक्षा का गैर संशोधित परिणाम 30 अक्टूबर 2017 को जारी किया गया था।

- तकनीकी दिक्कतों के कारण परिणाम को संशोधित कर नया परिणाम जारी करने की बात एसएससी ने कही थी।

- टीयर वन की परीक्षा 05 अगस्त से 24 अगस्त 2017 के बीच करवायी गयी थी।

- इसमें सेंट्रल रीजन इलाहाबाद के लिए आवेदन करने वालों की संख्या उस समय 7,06,103 थी।

- अब टीयर टू की ऑनलाइन परीक्षा का आयोजन 17 फरवरी से 22 फरवरी के बीच किया गया।

- परीक्षा का समय दिन में 10:30 से 12:30 एवं 03:15 से 05:15 बजे के बीच था।

- परीक्षा में सेंट्रल रीजन से परीक्षार्थियों की कुल संख्या 43,114 थी।

- टीयर टू के लिए पटना में परीक्षा के लिए 15, लखनऊ में 05, इलाहाबाद एवं कानपुर में 04, वाराणसी एवं बरेली में 03, आगरा में 02 तथा गोरखपुर में 01 परीक्षा केन्द्र बनाया गया था।

- इलाहाबाद में परीक्षा देने वालों की कुल संख्या 5046, कानपुर में 4869, वाराणसी में 2348, लखनऊ में 6071, बरेली में 2606, गोरखपुर में 1019, आगरा में 2439 तथा पटना में 18,896 थी।

इन मांगों को लेकर उग्र हुए छात्र

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1. सीजीएल 2017 टियर टू परीक्षा की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई से करायी जाये।

2. एसएससी डायरेक्टर की भूमिका की भी जांच हो।

3. प्राइवेट कोचिंग संस्थान और साइबर कैफे की भूमिका की भी जांच हो।

4. 17-22 फरवरी को हुई परीक्षा को रद किया जाये।

5. 21 फरवरी की परीक्षा जो 09 मार्च को करायी जा रही है। जांच पूरी होने तक परीक्षा स्थगित की जाए।

6. सभी परीक्षा केन्द्र पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं और परीक्षाओं की वीडियो रिकार्डिंग करायी जाये।

7. पिछले 05 वषरें में हुई एसएससी की सभी परीक्षाओं की सीबीआई जांच हो।

8. एसएससी की परीक्षाओं में सुधार हेतु 05 सदस्यी कमेटी बने। इसमें 03 छात्र सम्मिलित हों।