-साधारण नंबर प्लेट पर भी बेमतलब हुए मानक
-ठेके के विवाद में अटक गया था पूरा मामला
GORAKHPUR: शहर में वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने की योजना हवा में रह गई। व्यवस्था लागू होने के अभाव में पब्लिक अपने मोटर व्हीकल्स पर साधारण नंबर प्लेट लगा रही है। आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही से साधारण नंबर प्लेट पर नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। मनमाने तरीके से नंबर प्लेट लगाकर लोग वाहनों को सड़कों पर दौड़ा रहे हैं। आरटीओ ने बताया कि इस व्यवस्था को लागू करने की कवायद चल रही है। पूर्व में ठेके के विवाद को लेकर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने का मामला टल गया था।
ठेके के विवाद में उलझ गई योजना
सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने एक बार फिर से हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के संबंध में अधिसूचना जारी की है। एक जनवरी 2019 से सभी मोटर वाहनों में सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने की बात की जा रही है। आरटीओ से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि वाहन मोटर निर्माता ही नंबर प्लेट लगाकर देंगे। स्टॉक में खड़े पुराने वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने की जिम्मेदारी डीलर की होगी। डीलर को अलग से नंबर प्लेट उपलब्ध कराया जाएगा। इस बार एक साथ पूरे देश में व्यवस्था लागू करने पर काम चल रहा है। इसको देखते हुए आरटीओ गोरखपुर में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। हालांकि पुराने नंबर प्लेट के मानक का पालन लोग ठीक से नहीं करते हैं। मनमानी तरीके से वाहनों का रजिस्ट्रेशन नंबर अंकित कराया जाता है।
ये होंगे नए फीचर्स
-नए नंबर प्लेट पर सभी नंबर उभरे हुए होंगे।
-इस पर अंकित बार कोड का क्रोमियम होलोग्राम का होगा।
-बार कोड के जरिए वाहन की पूरी डिटेल एक साथ मिलेगी।
-लेजर से अंकित 10 अंकों का यूनिक सीरियल नंबर होगा।
-जांच में पुलिस बार कोड स्कैन करके डिटेल जुटा सकेगी।
-इंजन, चेसिस नंबर सहित अन्य जानकारी एक डाटा बेस में होगी।
यह हाेगा फायदा
शहन में वारदातों और हादसों पर लगाम लगेगी।
रात के वक्त भी कैमरों की नजर से प्लेट नहीं बचेगी।
लेजर डिटेक्कर कैमरे से वाहन की जानकारी आसानी से मिलेगी।
क्रोमियम प्लेटेड नंबर, इंवास होने से इसको आसानी से पकड़ा जा सकेगा।
वर्जन
हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने की योजना आई थी। लेकिन बाद में इस पर कोई काम नहीं हो सका। अब इसे नए सिरे से लागू करने की तैयारी चल रही है। पूर्व में यह काफी महंगा था। हर राज्य में अलग- अलग रेट होने से विवाद खड़ा हो गया। नई व्यवस्था को तैयारी शुरू कर दी गई है।
डीडी मिश्रा, आरटीओ, गोरखपुर