RANCHI: एक तो बारिश का सितम, ऊपर से सफाई कर्मचारियों की हड़ताल। इस दोहरी मार ने सिटी को हलकान कर दिया है। जगह-जगह कचरे का अंबार है। रांची नगर निगम की सफाई एजेंसी एस्सेल इंफ्रा के कर्मचारियों ने पिछले पांच दिनों से वेतन भुगतान की मांग को लेकर हड़ताल कर रखी है। इससे शहर के बड़े हिस्से में सफाई नहीं हो रही है। कूड़ा मिनी ट्रांसफर स्टेशन में ही डंप हो गया है।

चरणबद्ध रूप से गए हड़ताल पर

सबसे पहले 13 दिसंबर को हरमू स्थित एमटीएस (मिनी ट्रांसफर स्टेशन) के सफाईकर्मियों ने हड़ताल की। फिर दो दिन बाद नागाबाबा खटाल स्थित एमटीएस के सफाईकर्मियों ने। कांटाटोली एमटीएस के सफाईकर्मी भी सोमवार से हड़ताल पर चले गए। सफाईकर्मियों की हड़ताल से कुल 16 वार्डो में सफाई व्यवस्था ठप हो गई है। फिर भी रांची नगर निगम के अधिकारियों को कंपनी की ओर से कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है।

नगर आयुक्त ने बुलाई आपात बैठक

रविवार को अपर नगर आयुक्त गिरिजा शंकर प्रसाद को जब यह जानकारी मिली तो उन्होंने स्वास्थ्य व परिवहन शाखा के अधिकारियों की आपातकालीन बैठक बुलाई। जोनल सुपरवाइजर को निर्देश दिया है कि संबंधित वार्डो में मुख्य मार्गो के अलावा गलियों की सफाई भी सुनिश्चित कराएं। साथ ही सफाई कार्य में एसटीएफ के 200 सफाईकर्मियों को लगाने का निर्देश दिया है। हालात बद से बदतर हैं।

गली-मोहल्लों से कूड़े का उठाव नहीं

सोमवार को बारिश के कारण सड़कों पर सफाई प्रभावित हुई। वहीं गली-मोहल्लों से भी कूड़े का उठाव नहीं हुआ। सुबह से हो रही बारिश के कारण नगर निगम क्षेत्र के अधिकतर वार्डो में कूड़ा उठाव का कार्य प्रभावित हुआ। अपर बाजार, बकरी बाजार, हरमू हाउसिंग कॉलोनी, कडरू, किशोरगंज, आनंदनगर, सिरमटोली, विक्रांत चौक, फतेउल्लाह रोड, अशोक नगर कॉलोनी, वसंत विहार, अशोक विहार समेत कई इलाकों में सड़क किनारे जगह-जगह कूड़े के ढेर पड़े रहे। कंपनी के सफाईकर्मियों की हड़ताल से नगर निगम के अधिकारी भी परेशान हो चुके हैं। मेयर, डिप्टी मेयर व पार्षद भी एजेंसी की सफाई व्यवस्था पर लगातार उंगली उठा रहे हैं। फिर भी विभागीय अधिकारी कंपनी पर कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं।