क्यों दिया यह फरमान?

गल्र्स को हॉकी की ट्रेनिंग देनेवाले बरियातू स्थित इस एनएसटीसी साई सेंटर के बंद हो जाने से यहां चल रही हॉकी की एक्टिविटीज भी बंद हो जाएंगी। साई द्वारा इस सेंटर को बंद करने का फरमान जारी करने का कारण बना यहां चार सालों से हॉकी को लेकर चल रहा डिस्प्यूट और 2006 के बाद यहां से कोई भी इंटरनेशनल हॉकी प्लेयर का नहीं निकलना। इस सेंटर को बंद करने के फरमान से इसकी 22 प्लेयर्स के कॅरियर पर खतरा मंडराने लगा है।

इस हॉकी सेंटर में पूरे झारखंड से आईं गल्र्स का सेलेक्शन होता है। इनमें खूंटी, गोविंदपुर, गुमला, दसमाइल साहित कई एरियाज से आनेवाली गल्र्स शामिल हैं। इसमें टोटल 22

इस सेंटर में ये गल्र्स हॉकी की ट्रेनिंग के अलावा गल्र्स बरियातू गवर्नमेंट स्कूल में पढ़ाई भी करती हैं। अब सेंटर के बंद हो जाने के बाद सभी प्लेयर्स को अपने घर लौट जाना होगा, जिसके कारण उनके गल्र्स बरियातू गवर्नमेंट स्कूल में पढऩे पर भी ब्रेक लग जाएगा। सभी को अब अपने गांव के स्कूल में ही पढऩा होगा.इस सेंटर से नेशनल ही नहीं, बल्कि इंटरनेशनल प्लेयर्स भी सामने आई हैं। इनमें इंडियन हॉकी वीमेंस टीम की एक्स कैप्टन असुंता लकड़ा, सुमराय टेटे, सावित्री पूर्ति, अलमा गुडिय़ा, निकी प्रधान, कांति बा, सुभद्र प्रधान और पुष्पा प्रधान शामिल हैं। हाल के दिनों में बिगन सोय भी जूनियर नेशनल टीम में शामिल हुई थीं।

On the other hand

हॉकी की जिस फुलवारी से पूरे देश में खुशबू फैलती थी, वह अब उजडऩे वाली है। जबकि, दूसरी तरफ रांची में ही इंटरनेशनल मैच की तैयारी चल रही है। जी हां, अप्रैल में सिटी के एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम में इंडिया और पाकिस्तान के बीच होनेवाली सिरीज का मैच होने वाला है। इसके बाद जूनियर नेशनल गल्र्स टूर्नामेंट भी इसी ग्राउंड में होना है। सिटी में होनेवाले इंटरनेशनल मैच की तैयारी को लेकर हॉकी इंडिया के जेनरल सेक्रेटरी नरेंद्र बत्रा भी रांची पहुंचे थे। लेकिन, किसी ने एक बार भी बरियातू स्थित एनएसटीसी साई सेंटर में जाकर वहां की प्लेयर्स से बात नहीं की। इस सेंटर की गल्र्स का कहना है कि अभी तक यहां कोई अधिकारी नहीं आया, जिसे हम अपना हाल बता सकें।