-जीएसटी काउंसिल की मीटिंग में लिया गया निर्णय

-व्यापारियों ने इस निर्णय को बताया अव्यवहारिक

balaji.kesharwani@inext.co.in

ALLAHABAD: जीएसटी काउंसिल ने फ्रॉड बिलिंग और फर्जी टैक्स इनवॉयस पर रोक लगाने के लिए अब सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा व्यापारियों को टैक्स इनवॉयस जारी करने का प्लान बनाया है। इसके तहत विभाग द्वारा जीएसटी में रजिस्टर्ड व्यापारियों को बिल बुक दिया जाएगा। ताकि विभाग को इस बात की जानकारी मिलती रहे कि व्यापारी टैक्स इनवॉयस काट रहे हैं या नहीं? वहीं व्यापारी जीएसटी काउंसिल के इस निर्णय को अव्यवहारिक बता रहे हैं।

व्यापारी हैं परेशान

व्यापारियों को सेल्स टैक्स विभाग द्वारा टैक्स इनवॉयस यानी बिल बुक कब से जारी किया जाएगा, अभी इसका आदेश नहीं आया है। लेकिन इस निर्णय की जानकारी होने भर से व्यापारी परेशान हैं। व्यापारियों का कहना है कि जीएसटी काउंसिल को इस तरह के निर्णय से बचना चाहिए। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के संयोजक संतोष पनामा ने बताया कि ये बात सही है कि जीएसटी काउंसिल ने विभाग द्वारा व्यापारियों को टैक्स इनवॉयस जारी करने का प्लान बनाया है। ताकि कोई भी व्यापारी फर्जी टैक्स इनवायस जारी न कर सके। लेकिन जीएसटी काउंसिल का यह निर्णय पूरी तरह से अव्यवहारिक है। क्योंकि बहुत से व्यापारी ऑनलाइन बिल बुक निकालते हैं। ऐसे ट्रेडर बिल बुक कैसे निकालेंगे।

व्यापारियों की बात

सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट के टैक्स इनवॉयस जारी करने पर किस तरह की दिक्कतें आएंगी, इस बारे में कैट के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र गोयल ने जानकारी दी। इनके मुताबिक

-जीएसटी काउंसिल अगर जीएसटी में रजिस्टर्ड व्यापारियों को विभाग द्वारा बिल बुक जारी कराएगा तो यह व्यवस्था व्यापारियों के लिए समस्या बन जाएगी।

-जिन व्यापारियों ने अपना बिल बुक बनवा रखा है, वह रद्दी में चला जाएगा।

-जिस फर्म में कई कैटेगरी के आइटम बिकते हैं, उसे सबसे ज्यादा परेशानी होगी।

वर्जन

जीएसटी काउंसिल नए-नए नियम लागू कर रहा है, लेकिन सारा सिस्टम फेल हो जा रहा है। ऑनलाइन व्यवस्था में फेल होने के बाद यह व्यवस्था सक्सेस होगी या नहीं, कह पाना मुश्किल है।

-सतीश चंद्र केसरवानी

अध्यक्ष, गल्ला एवं तिलहन संघ

वर्तमान समय में व्यापारियों के सामने जीएसटी की टेक्निकल कई समस्याएं हैं। इनका समाधान करने पर सरकार को विचार करना चाहिए। ऑनलाइन सिस्टम फेल है, मैनुअल वर्क में भी फेल ही साबित होंगे।

विभु अग्रवाल

एक चीज समझ में नहीं आ रही है कि जीएसटी काउंसिल द्वारा ऐसे निर्णय क्यों लिए जा रहे हैं, जिनकी वजह से व्यापारी परेशान होते हैं। सरकार और जीएसटी काउंसिल व्यापारियों को घुमाने के बजाय सीधे-सीधे व्यापार करने दे तो व्यापार और व्यापारी दोनों के लिए बेहतर होगा।

-तरंग अग्रवाल