साइना का कहना है कि क्लिक करें इंडियन बैडमिंटन लीग में काफी ज़्यादा मैच हो गए थे, मुक़ाबले भी कड़े थे. इसलिये थकान के कारण 'जापान ओपन' नही खेल रही हूँ.
उन्होंने बताया, "आने वाले समय में मेरा कार्यक्रम बेहद व्यस्त है. डेनमार्क ओपन और फ्रांस ओपन भी आने वाले हैं तो लगातार खेलना मुश्किल हो जाएगा. मैं इस महीने ट्रेनिंग करना चाहती हूँ ताकि आने वाले दो-तीन महीनो तक फिट रहूं."
पीवी सिंधु पर नज़र
साइना के अलावा पुरूष वर्ग में भारत के पी कश्यप भी थकान और चोट के कारण जापान ओपन में भाग नही लेंगे.
इनकी अनुपस्थिति में भारत की चुनौतीक्लिक करें युवा खिलाड़ी पीवी सिंधु के कंधों पर रहेगी.
"मुझे बडी ख़ुशी है कि मै इंडियन बैडमिंटन लीग में अच्छा खेली और पहला ही टुर्नामेंट जीतना तो एक सपने के साकार होने जैसा रहा."
-साइना नेहवाल
अगर 'इंडियन बैडमिंटन लीग' की बात की जाए तो साइना नेहवाल के नेतृत्व में 'हैदराबाद हॉटशाट्स' ने ख़िताब जीता.
साइना नेहवाल ने पूरे टूर्नामेंट में अपना दबदबा दिखाते हुए सभी एकल मैच जीते, क्लिक करें 'हैदराबाद हॉटशाट्स' की इस आइकन खिलाड़ी की मौजूदगी ने पूरी टीम के हौसले को बनाए रखा.
जीत का श्रेय पूरी टीम को देते हुए साइना नेहवाल कहती हैं, "मुझे बडी ख़ुशी है कि मैं इंडियन बैडमिंटन लीग में अच्छा खेली और पहला ही टूर्नामेंट जीतना तो एक सपने के साकार होने जैसा रहा."
मैने ही नही पूरी टीम ने बहुत मेहनत की. सभी खिलाड़ियो ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया. हमारी टीम के स्पोर्टिंग स्टाफ खासकर कोच राजेंद्रा जिन्होने सभी खिलाड़ियों का खेल निखारने में बहुत मदद की.
हैदराबाद हॉटशाटस के लिए इससे बेहतर शुरूआत नही हो सकती थी. मै उम्मीद करती हूँ कि आने वाले साल में हम और मेहनत करेंगे.
फार्म में रहना आसान नहीं
साइना नेहवाल ने विशेष रूप से अपनी ख़ुशी का इज़हार करते हुए कहा,"मैने अपने समर्थकों के सामने सात मैच लगातार जीते, मुझे वास्तव में बेहद आनंद आया."
भारत की नबंर एक खिलाड़ी होने के नाते दबाव की बात चलने पर साइना नेहवाल का मानना है कि जो खिलाड़ी अच्छा करता है उस पर दबाव तो रहेगा ही.
दरअसल अपने खेल को सुधारने और उसमें लय लाने में थोडा समय लग जाता है. मुझे साल की शुरुआत में ही एड़ी की चोट से जूझना पडा. अंगूठे में भी फ्रैक्चर हुआ. उसके बाद लय में आने में काफी समय लगा.
उसके बाद आईबीएल में मुझे लगा कि मैं अच्छा खेल सकती हूँ और सभी मैच आसानी से निकल भी गए.
इसके बावजूद मेरा कहना है कि ऐसी शानदार फार्म में रहना आसान नही है ख़ासकर टॉप पर रहना क्योंकि यह सब थोड़े समय के लिए होता है.
पर्याप्त सुविधाओं का अभाव
भारत की युवा बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु जापान ओपन में शामिल हो रही हैं.
साइना नेहवाल भारत के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियो को मिलने वाली मेडिकल सुविधाओं को लेकर कहती हैं कि खिलाड़ियों को पर्याप्त सुविधा नहीं मिल रही है.
हमारे पास अधिक से अधिक एक या दो फिजियो है जो हमारा ध्यान रख रहे है. भारतीय बैडमिंटन को सुधारने के लिए और ज़्यादा एकेडमी, ट्रेनिंग सैंटर और कोच होने ज़रूरी है.
अगर हम चाहते है कि भारत में अधिक संख्या में बैडमिंटन खिलाड़ी हो तो इन सब सुविधाओं का होना बहुत ज़रुरी है.
साइना नेहवाल उन दर्शको का धन्यवाद करना नहीं भूलीं जिन्होने आधी-आधी रात तक स्टेडियम में खिलाड़ियो का हौसला बढाया.
साइना ने उन खास दर्शको का भी शुक्रिया किया जिनमें सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण जैसे जाने-माने क्रिकेटर भी शामिल थे.
अब भले ही साइना नेहवाल 'जापान ओपन' में ना खेलकर आराम करना चाहती है ताकि आने वाले समय में पूरी तैयारी के साथ भविष्य की चुनौतियों का सामना कर सके तो इसमें बुरा क्या है?
बैडमिंटन प्रेमियों को इसे साइना नेहवाल की दूरदर्शिता ही समझना चाहिए, क्योंकि उन्होने दिखा दिया है कि पूरी तरह फिट साइना नेहवाल बैडमिंटन के कोर्ट पर क्या कर सकती है.
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