- शहर में गंदगी, सीवर लीक, गंदा पानी आने की समस्या पर पार्षद हुए एकजुट

- अधिकारियों पर लगाया कमिशन और उगाही में लिप्त होने का आरोप

बरेली : जनसमस्याओं को लेकर मेयर के बाद अब पार्षदों ने भी धरना देने की चेतावनी दी है. उन्होंने शहर में बिगड़ी सफाई व्यवस्था, चोक सीवर लाइन से बहती गंदगी, पानी की किल्लत आदि पर रोष जताते हुए मेयर को ज्ञापन सौंप विरोध जताया. वहीं अफसरों पर कमीशन और उगाही करने का आरोप भी लगाया. उन्होंने चेतावनी दी कि एक सप्ताह में व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हुआ तो वह धरने पर बैठेंगे.

पार्षदों ने मेयर के सुर में सुर मिलाया

मेयर उमेश गौतम ने बाकरगंज में कूड़ा निस्तारण को बनाए गए प्लांट को बंद करने और जिला पंचायत रोड से पोर्टेबल दुकानें हटाने पर जनता के साथ धरने पर बैठने की चेतावनी दी थी. इधर, सैटरडे को शहर में बिगड़ी सफाई व्यवस्था को लेकर अब पार्षद एकजुट हो गए. उन्होंने मेयर को बताया कि शहर में सफाई व्यवस्था चौपट हो गई है. सड़कों पर कूड़े के ढेर लगे हैं. मुख्य बाजार की सड़क पर भी कूड़ा बिखरा है. पानी की लाइनें सीवर लाइनों में जुड़ गई है, जिससे लोगों को दूषित पानी पीना पड़ रहा है. सड़कें व डिप टूट हुए हैं. उन्होंने कहा कि इस बोर्ड में पहली बार इतनी अव्यवस्था दिख रही है. इसे लेकर जनता में आक्रोश पनप रहा है. उन्होंने अधिकारियों पर कमीशनखोरी और उगाही में लगे होने का आरोप लगाया. बोले, पहले सुबह दस बजे तक की सप्लाई होती थी, लेकिन अब आठ बजे ही पानी बंद हो जाता है. पार्षदों ने कहा कि गंदगी के चलते शहर में बीमारियां फैलीं तो इसके लिए नगर निगम के अधिकारी जिम्मेदार होंगे. चेतावनी देने वालों में सलीम अहमद, मो. अकील गुड्डू, बृजपाल, विनोद कुमार सैनी, पूनम गंगवार, राजकुमार गुप्ता, रूपकिशोर, वीरेंद्र कुमार, छंगामल मौर्य, अनीता गुप्ता, अजय चौहान, मुनेंद्र सिंह, कुसुम आदि मौजूद रहे.