- प्रेस कॉन्फ्रेंस में दो फर्जी बाबाओं के साथ पंचमगिरी और ओम गिरी का जोड़ा नाम

BAREILLY:

अखिल भारतीय अखाड़ा संघ की ओर से अखाड़ा परिषद से निकाले गए दोनों बाबाओं और अलखनाथ मंदिर के महंत के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। ट्यूजडे को अलखनाथ मंदिर में महंत कालू गिरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दोनों बाबाओं के साथ ही दो और बाबाओं का नाम जोड़ दिया है। उन्होंने आपराधिक गतिविधियों में बाबा बनकर आस्था का फायदा उठा रहे पंचम गिरी और ओम गिरी का नाम जोड़ दिया है। तो दूसरी और फर्जी बाबा और भूमाफिया बृहस्पति गिरी और मलखान ने अलखनाथ के महंत कालू गिरी पर मंदिर की संपत्ति हथियाने का आरोप लगाया। उन्होंने अखाड़ा के जरिए इलाहाबाद में हुई बैठक को नकार दिया और इसे एक साजिश बताया है।

षडयंत्रकारी हैं बाबा पंचम गिरी

प्रेस कॉन्फ्रेंस में कालू गिरी ने बताया कि बृहस्पति गिरी और मलखान का संरक्षण पंचम गिरी कर रहे हैं। इनका एक गुट है। बाबा देवगिरी के बाद धर्मगिरी महंत बने। महंत की गद्दी पर मंदिर का लेखा जोखा रखने वाले पंचम गिरी की निगाह थी। जिसमें उसने मलखान, बृहस्पति गिरी, ओम गिरी और मनोज को शामिल कर लिया। इन पांचों ने मिलकर महंत की हत्या की और फिर राज को दबाने के लिए मलखान ने मनोज गिरी की हत्या कर बाबा बालकगिरी को आरोपी बना दिया। जिसमें बाबा बालकगिरी को 10 माह की जेल हुई, लेकिन कोई सुबूत नहीं होने से वह रिहा कर दिए गए। इस दौरान पांचों ने मंदिर की संपत्ति चुराई और ट्रैक्टर समेत अन्य सामान बेचने का आरोप लगाया है।