- ग्राम्य विकास राज्यमंत्री ने दी महिला कल्याण से जुड़ी योजनाओं की जानकारी

- टाउनहाल में चल रहे दस दिवसीय रीजनल सरस मेले का समापन

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VARANASI

सूबे के ग्राम्य विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ। महेन्द्र सिंह ने कहा कि उद्यम करने के लिए महिलाएं आगे आएं। सरकार उनकी आर्थिक दिक्कत दूर करेगी। महिलाएं स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) बनाकर खुद रोजगार पैदा करें। सरकार इसपर खास जोर दे रही है। बतौर चीफ गेस्ट डॉ। महेन्द्र सिंह ने टाउनहाल में चल रहे रीजनल सरस मेले का समापन किया। इस मौके पर डीएम सुरेन्द्र सिंह, सीडीओ गौरांग राठी, जिला मिशन प्रबंधक श्रवण सिंह आदि थे। आयुक्त ग्राम्य विकास व राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के डायरेक्टर एनपी सिंह ने भी विचार व्यक्त किया।

12 प्रदेशों के 110 स्टॉल

सरस मेले में 12 प्रदेशों के कुल 110 स्टॉल लगाए गए थे। इसमें खासकर असोम के बांस के उत्पाद, केरल का फूड स्टाल, राजस्थान के व्यंजन समेत उड़ीसा, उत्तराखंड समेत अन्य जगहों के स्टॉल्स पर खासी भीड़ रही। वहीं उत्तर प्रदेश के बिजनौर का लकड़ी का खिलौना, गोरखपुर के टेराकोटा उत्पाद, बनारस के सिल्क, आगरा व लखीमपुर खीरी के चमड़े के उत्पादों की मांग मेले में खूब रही। दस दिन में करीब 80 लाख रुपये के प्रोडक्ट की बिक्री हुई।

मिली आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस

राज्यमंत्री डॉ। महेन्द्र सिंह ने आराजीलाइन के महावन निवासी आशा देवी को आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस (टाटा मैजिक) की चाभी सौंपी। साथ ही स्वयं सहायता समूहों एग्रीकल्चर वर्क के लिए मशीनें भी दीं। उन्होंने समूहों को 2,31,54400 ( दो करोड़ इकतीस लाख चौवन हजार चार सौ रुपये) का चेक दिया।