इस बार दो बार है मंगलागौरी का व्रत

शुक्ल पक्ष में सोमवार का है विशेष महत्व

Meerut। सावन का महीना इस बार बेहद शुभ माना जा रहा है। इसबार सावन के महीने में ज्योतिषाचार्य महासंयोग बता रहे हैं। इसके साथ ही शुक्ल पक्ष में होने वाले सोमवार का विशेष महत्व माना जा रहा है। इस बार सावन में शुक्ल पक्ष में दो सोमवार हैं, जो भक्तों के लिए अति उत्तम हैं, विद्वानों के मुताबिक अगस्त में मंगलागौरी व्रत का भी संयोग बन रहा है, जिससे स्त्रियों का मंगलदोष खत्म हो जाता है। इसलिए इस योग को महासंयोग बताया जा रहा है।

इस बार हैं चार सोमवार

सावन का महीना 20 जुलाई शुरू हो रहा है, जो 18 अगस्त तक चलेगा। पं.अरुण शास्त्री के अनुसार इस बार सावन में चार सोमवार हैं। सावन के सोमवार का व्रत रखने वालों को काफी लाभ मिलेगा।

सावन के सोमवार

पहला सोमवार

25 जुलाई : श्रावण मास, कृष्ण पक्ष षष्ठी

दूसरा सोमवार

एक अगस्त : श्रावण मास, कृष्ण पक्ष चतुर्दशी

तीसरा सोमवार

08 अगस्त : श्रावण मास, शुक्ल पक्ष पंचमी

चौथा सोमवार

15 अगस्त : श्रावण मास, शुक्ल पक्ष द्वादशी

महत्वपूर्ण है कार्तिक

पिछले साल सावन महीने में पांच सोमवार थे। पं। श्रीधर त्रिपाठी के अनुसार श्रावण मास में पड़ने वाले त्योहार हिन्दी मास में श्रावण और कार्तिक मास का विशेष महत्व है। कार्तिक मास भगवान विष्णु को समर्पित है, तो श्रावण मास बाबा भोलेनाथ को समर्पित है।

भोलेनाथ को प्रिय है सावन

पं.रामनारायण के अनुसार श्रावण मास अति पावन मास माना जाता है। यह महीना बाबा भोलेनाथ को अति प्रिय है। श्रावण मास के प्रत्येक दिवस पर बाबा भोलेनाथ को जल जरूर अर्पण करना चाहिए। यदि यह संभव नहीं हो, तो कम से कम हर सोमवार को जलार्पण कर उनकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं।

दो बार है मंगलगौरी का व्रत

पं। श्रीधर त्रिपाठी के अनुसार जिन स्त्रियों की कुंडली में मंगल दोष हो यानी वो मंगली हों उन्हें सावन महीने के शुक्ल पक्ष मंगलवार को मंगलागौरी व्रत करने या चंडिका स्त्रोत का पाठ करने से मंगल दोष कट जाता है। दांपत्य सुख में भी वृद्धि होती है। इस साल सावन में नौ अगस्त और 18 अगस्त को मंगलागौरी व्रत का संयोग है। इसे भौम व्रत के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने बताया कि यह व्रत दो बार पड़ रहा हैं जो अच्छा संयोग है, इसलिए खासतौर पर उन कुंवारी लड़कियों को इसे रखना चाहिए जिनकी कुंडली में मंगल दोष है।

सावन के व्रत-त्योहार

तारीख व्रत

23 जुलाई संकष्टि गणेश चतुर्थी

24 जुलाई नाग पंचमी (कृष्ण पक्ष)

25 जुलाई पहला सोमवार

27 जुलाई कालाष्टमी

30 जुलाई कामदा एकादशी

31 जुलाई प्रदोष

01 अगस्त शिवरात्रि

01 अगस्त दूसरा सोमवार

02 अगस्त मौनवती अमावस्या

05 अगस्त हरि तृतीया, स्वर्णगौरी व्रत, मधुश्रावणी तृतीया

07 अगस्त नाग पंचमी (शुक्ल पक्ष)

09 अगस्त भौम व्रत

10अगस्त गोस्वामी तुलसी दास जयंती

11अगस्त दुर्गा अष्टमी

14 अगस्त पुत्रदा एकादशी

15 अगस्त सोम प्रदोष

15 अगस्त चौथा सोमवार

16 अगस्त भौम मंगलगौरी व्रत

16 अगस्त सिंह सूर्य संक्रांति

17 अगस्त व्रत की श्रावणी पूर्णिमा

18 अगस्त श्रावणी पूर्णिमा, रक्षा बंधन