-डिस्ट्रिक्ट के 80 परसेंट बेसिक स्कूल्स के स्टूडेंट्स अब भी टाट-पट्टी पर बैठकर पढ़ने को मजबूर

-सेशन शुरू होने के बाद भी 155 स्कूल्स में फर्श पर बैठकर पढ़ रहे बच्चे

VARANASI

इंग्लिश स्कूल से टक्कर लेने के लिए सरकार बेसिक स्कूल पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। लेकिन स्कूल्स में सबकुछ पहले जैसा ही है। अब तक कई स्कूल्स में स्टूडेंट्स टाट-पट्टी पर बैठकर ही पढ़ाई कर रहे हैं। लगभग 80 परसेंट स्कूल्स में अब भी स्टूडेंट्स फर्श पर बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं। लंबे चौड़े प्रयासों के बाद भी बेसिक शिक्षा विभाग मात्र 20 परसेंट स्कूल्स को ही बेंच-डेस्क उपलब्ध करा सका है।

दस साल पहले शुरू हुई व्यवस्था

डिस्ट्रिक्ट में टोटल 1367 बेसिक स्कूल्स हैं। इसमें 1013 प्राइमरी व 354 जूनियर हाईस्कूल शामिल हैं। वहीं सन् 2006-07 में करीब 150 स्कूल्स को डेस्क-बेंच उपलब्ध कराए गए थे। लेकिन रखरखाव के अभाव में ज्यादातर स्कूल्स में डेस्क-बेंच टूट गए। ऐसे में इन विद्यालयों के स्टूडेंट्स एक बार फिर से टाट पर बैठ कर पढ़ रहे हैं। इसी क्रम में दस साल बाद भी सभी स्कूल्स में बेंच-डेस्क उपलब्ध नहीं हो पाए हैं।

सीएसआर फंड लगा रहा बेड़ा पार

इस क्रम में नाल्को के सहयोग से करेंट सेशन में सिटी के सभी 111 स्कूल्स में डेस्क-बेंच उपलब्ध कराया गया है। वही सांसद के गांव में स्थित स्कूल में भी डेस्क-बेंच मुहैया कराया जा चुका है। इस प्रकार रूरल एरिया के करीब 250 स्कूल्स में अब तक डेस्क-बेंच उपलब्ध कराया जा चुका है। जबकि 155 विद्यालयों का डेस्क-बेंच टेंडर प्रासेस में फंसे हुए हैं।

प्वाइंट टू बी नोटेड

-टोटल स्कूल 1367

-सिटी के 111 में डेस्क-बेंच उपलब्ध

-रूरल एरिया के महज 250 स्कूल्स में पहुंचा डेस्क-बेंच

-अभी भी 155 स्कूल्स में बेंच-डेस्क के लिए टेंडर का प्रॉसेस

बेसिक स्कूल्स में बेंच-डेस्क पहुंचाने का क्रम तेजी से चल रहा है। इस क्रम में 155 स्कूल्स में डेस्क-बेंच उपलब्ध कराने के लिए ग्रांट भी जारी किया जा चुका है। इसके अलावा विभिन्न कंपनियों के सीएसआर फंड से डेस्क-बेंच उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है।

जय सिंह, बीएसए