जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में एडीएम फाइनेंस ने दिए निर्देश
शिक्षा विभाग, परिवहन एवं यातायात विभाग के अफसर करेंगे छापेमारी
Meerut। स्कूली वाहनों में अब स्कूली बच्चों की ओवरलोडिंग की गई तो संबंधित स्कूल की मान्यता जाएगी। सोमवार को जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में एडीएम फाइनेंस ने साफ कर दिया कि अब हीलाहवाली नहीं चलेगी। स्कूलों में जो भी टैंपो और अन्य वाहन बच्चों को लाने-ले जाने के लिए लगे हुए हैं उनमें स्कूल बसों को सुरक्षा के सभी मानकों को पूरा करना होगा।
सभी विभाग करें निगरानी
विकास भवन स्थित स्वच्छता सभागार में सोमवार को आयोजित बैठक में एडीएम फाइनेंस आनंद कुमार शुक्ला ने ओवरलोडिंग कर रहे स्कूली वाहनों पर शिकंजा कसने के निर्देश दिए। उन्होंने कहाकि शिक्षा विभाग, परिवहन एवं यातायात विभाग के अफसरों को बच्चों की सुरक्षा के प्रति खिलवाड़ कर रहे स्कूलों और वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी। एडीएम ने परिवहन विभाग के अफसरों निर्देश दिए कि वे सड़क दुर्घटना रोकने के लिए पुलिस के साथ छापेमारी करें।
ब्लैक स्पॉट पर मिले एंबुलेंस
एडीएम ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि नेशनल हाईवे और स्टेट हाइवे पर चिह्नित ब्लैक स्पॉट पर एम्बुलेंस की तैनाती की जाए। जनपद में नेशनल हाईवे के 10 और स्टेट हाईवे के 3 कुल 13 ब्लैक स्पॉट्स चिह्नित हैं। एडीएम ने एनएचएआई और पीडब्ल्यूडी के अफसरों को निर्देश दिए कि वे ब्लैक स्पॉट पर सुरक्षा के लिए साइन बोर्ड, रंबलिंग स्ट्रिप, रिफ्लेक्टिंग कलर, रिफ्लेक्शन बोर्ड आदि को लगवाएं।
दोहराए निर्देश
जिले में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता अभियान चलाएं।
दोपहिया वाहन में हेलमेट तथा चौपहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट का प्रयोग अवश्य करें।
वाहन चलाते समय मोबाइल का उपयोग न करें।
नशे में वाहन न चलाएं, क्षमता से ज्यादा सवारी को न बैठाएं।
वाहन को सड़क के अनुसार निर्धारित गति में ही चलाएं।
यह मिले सुझाव
ई-रिक्शा चालकों के लाईसेंस बनवाए जाएं।
एमडीए कचहरी आदि सार्वजनिक स्थानों पर नो पार्किंग के बोर्ड लगाए जाएं।
स्कूली वाहनों में सुरक्षा के मानकों को ध्यान रखने व ओवर लोडिंग न हो, ये सुनिश्चित हो।
वाहनों में मात्रा से ज्यादा अधिक भार ले जाने पर कार्रवाई, आदि।
नो पार्किंग जोन का बोर्ड लगाएं
एडीएम ने निर्देश दिए कि नो पार्किंग जोन में नो पार्किंग जोन का बोर्ड लगवाएं। एनएचएआई के अफसरों को एडीएम ने निर्देश दिए कि वे टोल पर बोर्ड लगाएं कि 'टोल लाइन में 3 मिनट से ज्यादा खड़े होने पर टोल का भुगतान नहीं लिया जाएगा,' आदि जानकारी लिखें। सम्भागीय परिवहन अधिकारी विजय कुमार सिंह, एआरटीओ दिनेश कुमार, अमित नागर, सुनील शर्मा आदि समेत विभिन्न विभागों के अफसर और समिति के सदस्य मौजूद थे।