जांच के दौरान प्रधान के घर में मिले स्कूलों को मिले गैस सिलेंडर

एडी बेसिक की जांच में हुआ खुलासा

Meerut। शासन की ओर से एलपीजी कनेक्शन में करोड़ों खर्च करने के बाद भी सरकारी स्कूलों में कुक चूल्हे पर ही खाना बनाने के लिए मजबूर हैं। वजह स्कूलों को प्रोवाइड किया गया एलपीजी कनेक्शन प्रधान के घर यूज हो रहा है। यह खुलासा एडी बेसिक एके सिंह की ओर से करवाई गई जांच रिपोर्ट में हुआ है।

यह है मामला

चूल्हे पर खाना बनाने के दौरान निकलने वाले धुएं से बच्चों को नुकसान होता है। बच्चे स्वस्थ रहे इसके लिए शासन ने सभी स्कूलों के लिए एलपीजी कलेक्शन जारी करने के निर्देश दिए थे। साथ ही 500 स्कूलों के लिए करीब 25 लाख रूपये का बजट भी जारी कर दिया गया था। स्कूलों में इसकी स्थिति जानने के लिए एडी बेसिक की ओर से मई में टीम गठित कर औचक निरीक्षण किया गया था। टीम में शामिल मिड-डे मील के मंडलीय समन्वयक वीरेंद्र कुमार ने बताया कि मोउद्दीनपुर के अपर-प्राइमरी व प्राइमरी स्कूलों में जांच के दौरान चूल्हे पर ही खाना बनता मिला। जबकि गैस सिलेंडर प्रधान के घर प्रयोग हो रहा था। कुछ स्कूलों में निर्धारित मात्रा से कम अनाज प्रयोग हो रहा था।

जांच रिपोर्ट भेजी

मंडलीय समन्वयक की जांच रिपोर्ट के आधार पर एडी बेसिक की ओर से जिला बेसिक अधिकारी से इस संबंध में जवाब मांगा गया है। वहीं शासन को भी इस संबंध में रिपोर्ट भेजी जा रही है।

गांवों के स्कूलों में प्रधान की ओर से ही एलपीजी कनेक्शन स्कूलों में प्रोवाइड कराए जाने थे। हमें शिकायत मिली थी स्कूलों में चूल्हे पर ही खाना बन रहा है। जांच में शिकायत सही पाई गई है।

एके सिंह, एडी बेसिक, मेरठ मंडल

जांच के दौरान हमें कई कमियां मिली थी। स्कूल में कई अनियमितताएं मिली। इसकी जांच कर रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। शासन को यह रिपोर्ट भेजी जाएगी।

वीरेंद्र कुमार, मंडलीय समन्वयक, मिड-डे मील