नीट की सेकेंड काउंसिलिंग
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LUCKNOW: यूपी के मेडिकल कॉलेजों में पीजी सीटों पर प्रवेश के लिए हाल ही में आयोजित की गई नीट सेकेंड काउंसलिंग अब दोबारा कराई जाएगी। अभ्यर्थियों की याचिका पर हाई कोर्ट ने यह आदेश दिया है। दोबारा काउंसलिंग भी 31 मई तक ही करानी होगी। इसी के साथ केजीएमयू में चल रही ऑनलाइन काउंसलिंग प्रक्रिया को रोक दिया गया।

प्राइवेट की 42 फीसद सीटें खाली
गौरतलब है कि प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों की भी करीब 42 फीसद सीटे खाली रह गई हैं। बता दें कि चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय ने आल इंडिया कोटे की सेकेंड काउंसलिंग के बाद बची सीटों को आल इंडिया रैंक के आधार पर ही काउंसलिंग कराई थी। अभ्यर्थियों के अनुसार पूर्व के वर्षो तक इसे स्टेट रैंक के आधार पर भरा जाता था। जिसके विरोध में ही अभ्यर्थी कोर्ट चले गए।

अम्यर्थियों को हुआ नुकसान
अभ्यर्थी जय प्रकाश ने बताया कि काउंसलिंग में मेरिट का ध्यान नहीं रखा गया और आल इंडिया रैंक से काउंसलिंग करा दी गई। जिससे अभ्यर्थियों का नुकसान हुआ है। यही नहीं इस बार काउंसलिंग में और भी तमाम गड़बडि़यां की गई हैं। जैसे यूपी कोटे से प्रवेश के लिए जरूरी है कि अभ्यर्थी ने यूपी के कॉलेज से एमबीबीएस किया हो या फिर वह पीएमएस में सरकारी सेवाएं दे रहा हो। लेकिन ये दोनों ही शर्ते पूरा न करने वालों को भी सीटे एलाट की गई हैं। यही नहीं कानपुर में एक ही सीट पर दो दो अभ्यर्थियों को ज्वॉइनिंग दे दी गई।

किया था खुलासा
दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने पहले ही खुलासा किया था कि काउंसलिंग और ज्वॉइनिंग में अनियमितताएं बरती गई हैं। अभ्यर्थियों को ज्वॉइन कराने के लिए गड़बडि़यां की जा रही है। जिस पर डीजीएमई ने कई कॉलेजों से आख्या भी तलब की थी।

क्या कहते हैं अफसर
कोर्ट के आदेश के अनुसार 31 मई से पहले काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
डॉ। केके गुप्ता, डीजीएमई