- सीबीआई की टीम ने दिल्ली से किया गिरफ्तार

- दून के रिटायर्ड कर्नल से मांगी थी 35 हजार रुपए रिश्वत

- आरोपी दिल्ली स्थित प्रिंसिपल कंट्रोलर ऑफ डिफेंस अकाउंट्स का है सीनियर ऑडिटर

देहरादून:

दिल्ली में तैनात प्रिंसिपल कंट्रोलर ऑफ डिफेंस अकाउंट्स के सीनियर ऑडिटर को सीबीआई ने रिश्वत मांगने के आरोप में अरेस्ट कर लिया है. दून के एक रिटायर्ड कर्नल की सिक्योरिटी एजेंसी के 70 लाख रुपये का बिल पास कराने के एवज में ऑडिटर ने 35 हजार रुपए रिश्वत मांगी थी. सौदा 20 हजार में तय हुआ और रिश्वत की यह रकम ऑडिटर ने बैंक अकाउंट में जमा कराने को कहा था, हालांकि सीबीआई ने इससे पहले ही उसे ट्रैप कर अरेस्ट कर लिया.

कॉल कर मांगी थी रिश्वत

देहरादून के टर्नर रोड निवासी रिटायर्ड कर्नल नवरत्न सिंह सिक्योरिटी एजेंसी चलाते हैं. राजपुर रोड पर उनकी एजेंसी का ऑफिस है. एजेंसी दून सहित कई शहरों में सिक्योरिटी गार्ड अवेलेबल कराती है. एजेंसी ने हल्द्वानी स्थित डिफेंस इंस्टीट्यूट ऑफ बायो एनर्जी रिसर्च की ब्रांच को भी सेवाएं दी थीं, जिसके अक्टूबर 2018 से फरवरी 2019 तक के बिल पेंडिंग थे. हलद्वानी ब्रांच द्वारा ये बिल नई दिल्ली स्थित प्रिंसिपल कंट्रोलर ऑफ डिफेंस अकाउंट्स को भेजे गए. आरोप है कि सीनियर ऑडिटर राम प्रसाद मीना ने रिटायर्ड कर्नल को 2 अप्रैल को फोन किया और बिल पास करने के एवज में रिश्वत की डिमांड की. अपने एसबीआई अकाउंट में ऑडिटर ने रिश्वत की रकम जमा करने को कहा.

सीबीआई से की कंप्लेन

सीनियर ऑडिटर द्वारा रिश्वत मांगे जाने की कंप्लेन रिटायर्ड कर्नल नवरत्न ने दून स्थित सीबीआई के ऑफिस में की. सीबीआई द्वारा इसकी जांच इंस्पेक्टर सुनील कुमार लखेड़ा और एसआई नवनीत मिश्रा को सौंपी, जांच में मामला सही पाया गया. फ्राइडे इवनिंग को सीबीआई ने आरोपी सीनियर ऑडिटर राम प्रसाद मीना को दिल्ली के नजफगढ़, श्याम विहार से अरेस्ट कर लिया. सैटरडे को आरोपी को लेकर सीबीआई की टीम दून पहुंची. सीबीआई कोर्ट में पेश कर उसे जेल भेज दिया गया. सीबीआई ने आरोपी ऑडिटर के बैंक अकाउंट्स, प्रॉपर्टी व अन्य दस्तावेजों को खंगालना शुरू कर दिया है.