मुंबई (मिड-डे)। मुंबई में डीएन नगर पुलिस ने गुरुवार को एक 62 वर्षीय एनिमल एक्टिविस्ट अंजलि चौधरी की कथित रूप से पिटाई करने के मामले में अंधेरी वेस्ट के कोऑपरेटिव रेजिडेंस सोसाइटी में रहने वाले एक व्यक्ति को अपने हिरासत में लिया है। चौधरी को कथित तौर पर उस समय पीटा गया जब वह लोखंडवाला हाउसिंग सोसाइटी के बाहर थीं। बेजुबान फाउंडेशन नाम का एक एनजीओ चलानी वाली अंजलि चौधरी ने कहा, 'मैं 25 साल से अधिक समय से आवारा जानवरों को दाना डाल रही हूं लेकिन पिछले दो हफ्तों से मुझे सोसाइटी के सदस्यों द्वारा परेशान किया जा रहा है, वे अपनी बिल्डिंग के पास जानवरों को दाना डालने से मना कर रहे हैं, उनका कहना है कि कुत्ते और बिल्लियां दाना खाने के बाद उनके घरों के आसपास भटकते रहते हैं।

दूसरे एक्टिविस्टों के साथ भी किया दुर्व्यवहार

उन्होंने कहा कि गुरुवार की दोपहर जब मैं बिल्लियों और कुत्तों को दाना खिला रही थी, तब सोसाइटी के कई सदस्य बाहर आए और मेरे व मेरे साथियों से बहस करने लगे। सोसाइटी के एक मेंबर ने मेरे साथ पहले छेड़छाड़ की और मुझे धक्का दिया, जिसके बाद मैं गिर गई। फिर, मैंने दूसरे एनिमल एक्टिविस्ट्स को भी मौके पर बुलाया लेकिन सोसाइटी के लोगों ने उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया और एक महिला कार्यकर्ता को अनुचित तरीके से छुआ। इसके बाद हमने पुलिस को बुलाया और एफआईआर दर्ज कराई। हालांकि, आरोपी को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।

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पुलिस दर्ज नहीं कर रही थी एफआईआर

इसके अलावा एक अन्य एक्टिविस्ट का आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में तुरंत एफआईआर दर्ज नहीं की। एनिमल एक्टिविस्ट संजीव चोपड़ा ने कहा, 'उस दिन पुलिस एफआईआर दर्ज करने के लिए तैयार नहीं थी। इसलिए मैंने डीसीपी परमजीत सिंह दहिया से मुलाकात की और उनके कहने के बाद, उन्होंने एक एफआईआर दर्ज की।' उन्होंने बताया, 'चौधरी हर दिन लोखंडवाला, सेवन बंगलों, फोर बंगलों, सांताक्रूज और ओशिवारा में 500 से अधिक आवारा कुत्तों और बिल्लियों को खाना खिलाती हैं। वह उनके लिए हर दिन 80 किलो से अधिक भोजन पकाती हैं और अपने निजी वाहन से क्षेत्रों में घूमती हैं।'

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