यह था मामला
माल रोड पर दवाई व्यापारी संजय अग्रवाल और इनके भाई अनुराग की कोठी है। इनकी परतापुर में दवाइयों की फैक्ट्री है। बताया गया कि इनके यहां फैजाबाद का रहने वाला समर बहादुर यादव (24) पुत्र विश्राम सिंह पिछले चार सालों से काम कर रहा था। रविवार की रात समर बहादुर गैरेज में चारपाई पर सोया था। सोमवार की सुबह जब दूसरे नौकर गैरेज की ओर गए तो समर की बॉडी पंखे से रस्सी के फंदे से लटकी हुई थी.

कारण नहीं मिला
नौकरों ने समर बहादुर की बॉडी को लटके देखा तो हड़कंप मच गया। इसकी जानकारी संजय और अनुराग को दी गई। मालिकों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस पहुंची और बॉडी को नीचे उतारा गया। इसके साथ ही मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई। फैक्ट्री मालिकों के अनुसार मृतक समर अविवाहित था, और काफी मिलनसार भी था। समर की मौत की जानकारी के बाद उसकी मां लक्ष्मी मेरठ पहुंची। वहीं पीएम के बाद बॉडी को परिजनों के हवाले कर दिया गया। उधर पीएम रिपोर्ट में भी हैंगिंग ही आई है। यानि समर ने खुद को फांसी लगाई। मगर फांसी लगाने का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया.