-सुबह से शाम तक नारी निकेतन, स्वधार गृह सहित अन्य सेंटर पर एडीएम और एसीएम ने की जांच

BAREILLY :देवरिया के शेल्टर होम में सेक्स रैकेट का खुलासा होने के बाद बरेली में भी हड़कंप मच गया। सीएम की सख्ती के बाद बरेली में अफसर दिन भर शेल्टर होम, नारी स्वधार गृह और राजकीय शरणालय के निरीक्षण के लिए एडीएम, एसडीएम, डीपीओ, समेत अन्य मजिस्ट्रेट निरीक्षण के लिए पहुंचे। यहां रह रही लड़कियों और महिलाओं का रिकार्ड चेक किया गया और लड़कियों और महिलाओं से पूछताछ भी की गई। बरेली में अफसरों को हालांकि किसी भी शेल्टर होम में देवरिया जैसी कोई शिकायत नहीं मिली है। सभी मजिस्ट्रेट ने अपनी रिपोर्ट डीएम को सौंप दी है।

अलग-अलग अफसरों को लगाया

शहर में महिला, बालिका एवं बालक के रहने के लिए कुल पांच शेल्टर होम है। सीएम ने मुजफ्फरपुर कांड के बाद ही 3 अगस्त को सभी डीएम को अपने जिले के शेल्टर होम की जांच के आदेश दिए थे। जब देवरिया कांड सामने आया तो फिर अधिकारियों पर एक्शन शुरू हो गया। जिसके बाद बरेली में अफसर दौड़ पड़े। आर्य समाज अनाथालय में एडीएम सिटी ओपी वर्मा और डीपीओ नीता अहिरवार पहुंचे। वहां पर 21 लड़कियां व महिलाएं हैं, जिसमें से 8 बाहर पढ़ने के लिए गई हुई हैं।

बाहर काम करने भी जाती हैं महिलाएं

हरुनगला ममता आश्रय गृह में एसीएम ने निरीक्षण किया। यहां 42 सवांसिनी रहती हैं। किशोर संप्रेक्षण किशोर गृह किला में एसडीएम सदर ने निरीक्षण किया। यहां 127 बच्चे हैं। वहीं राजकीय शरणालय नारी निकेतन प्रेमनगर में एडीएम एफआर ने निरीक्षण किया। यहां 66 संवासिनी और 149 मानसिक मंदित महिलाएं रहती हैं। जबकि बदायूं रोड स्वधार गृह में सिटी मजिस्ट्रेट चेक करने पहुंचे। यहां 31 महिलाएं रहती हैं, लेकिन 18 ही मिलीं। बताया गया कि अन्य बाहर काम करने गई हैं और नियम के तहत शाम को वापस आ जाती हैं।