-आरयू के शूटिंग समर कैंप के पहले दिन हुए 10 रजिस्ट्रेशन

-लड़कियों में बढ़ रहा रायफल और पिस्टल शूटिंग का क्रेज

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6 लड़कियों ने कराया रजिस्ट्रेशन

4 लड़के भी प्रैक्टिस के लिए पहुंचे

26 जून तक चलेगा कैंप

2 नेशनल प्लेयर भी कर रही हैं प्रैक्टिस

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बरेली: लड़कियां किसी भी क्षेत्र में लड़कों से पीछे नहीं हैं. बरेली की खिलाडि़यों की बात करें तो हॉकी, फुटबॉल और दूसरे खेलों के बाद अब यहां की लड़कियां रायफल शूटिंग में भी सटीक निशाने लगाकर बरेली का नाम देशभर में रोशन कर रही हैं. इसमें भी खास बात यह कि बरेली में रायफल शूटिंग में लड़कों के मुकाबले लड़कियां ज्यादा रुचि ले रही हैं. मंडे से आरयू के क्रीड़ा विभाग में शूटिंग रेंज पर शुरू हुए समर कैंप में भी रजिस्ट्रेशन कराने वालों में लड़कियों की संख्या ज्यादा है. दस दिन तक चलने वाले इस समर कैंप में अब तक दस रजिस्ट्रेशन हुए जिसमें छह लड़कियां शामिल हैं. इनमें दो नेशनल प्लेयर भी प्रैक्टिस के लिए पहुंच रही हैं. अंतर्राष्ट्रीय शूटर कमल सेन और राष्ट्रीय शूटर मिसरयार खां की देखरेख में ये खिलाड़ी अपने खेल को निखारने के लिए प्रैक्टिस कर रहे हैं.

रुचि का पैशन है शूटिंग

शहर के क्रिस्टल कॉलोनी निवासी रुचि पटेल रीजनल कॉलेज से बीकॉम ऑनर्स की पढ़ाई कर रही हैं. रायफल शूटिंग में दो बार नेशनल लेवल पर खेल चुकी रुचि भी आरयू के समर कैंप में प्रैक्टिस के लिए आ रही हैं. रुचि ने बताया कि राधा माधव स्कूल में पढ़ाई के दौरान जब वह 8वीं में थीं तो समर कैंप में पहली बार राइफल हाथ में ली. आगे भी शूटिंग की प्रैक्टिस जारी रखना चाहती थीं, लेकिन पेरेंट्स की परमिशन नहीं थी.

समर कैंप बना टर्निग प्वाइंट

2वीं पास करने के बाद रायफल क्लब का समर कैंप रुचि के लिए टर्निग प्वाइंट बना. एक महीने के समर कैंप के बाद घर पर ही ईट हाथ में लेकर राइफल साधने की प्रैक्टिस करने लगीं. शूटिंग के लिए पेरेंट्स ने उसकी लगन देखी तो प्रैक्टिस की परमिशन दे दी और रायफल भी दिलवा दी. यहीं से रुचि के सपनों को पंख लगे. आरयू की शूटिंग रेंज में शूटिंग के गुर सीखकर रुचि ने स्टेट, नॉर्थ जोन, नेशनल और नेशनल ओपन कॉम्पटीशन क्वालीफाई किया. वर्ष 2018 और 2019 में आरयू की शूटिंग रेंज पर हुई अंतरमहाविद्यालयी प्रतियोगिता में रुचि ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं. रुचि बताती हैं कि ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतना उनका मकसद है, जिसके लिए वह लगातार प्रैक्टिस कर ही हैं.

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शौक जो अब मकसद बन गया

शहर के सेंट मारिया गोरेटी कॉलेज की 11 वीं की स्टूडेंट रिया अग्रवाल भी रायफल शूटिंग में नाम कमाने के लिए लगातार प्रैक्टिस कर रही हैं. रुचि के पिता बिजनेसमैन हैं. रुचि बताती हैं कि क्लास 6 से उनकी पढ़ाई देहरादून के बोर्डिग स्कूल में हुई. जब क्लास 8 में थीं तो पहली बार शौक में रायफल हाथ में ली और यहां से शूटिंग का जुनून सवार हो गया और रेग्युलर प्रैक्टिस शुरू कर दी. वर्ष 2016 में देहरादून में ही पहला स्टेट लेवल खेला जिसमें गोल्ड मेडल जीता. इसके बाद दिल्ली में नॉर्थ जोन शूटिंग टूर्नामेंट, मुंबई में प्री नेशनल और फिर पुणे में नेशनल लेवल पर खेल चुकी हैं. दो साल पहले बरेली आकर यहीं एडमिशन ले लिया और आरयू की शूटिंग रेंज पर प्रैक्टिस शुरू कर दी. रिया बताती हैं कि शूटिंग में वह और ऊंचाई तक जाना चाहती हैं. इंटरनेशनल लेवल पर गोल्ड जीतना उनका मकसद है.

वर्जन -

समर कैंप चलाने के पीछे मकसद है कि यूनिवर्सिटी से भी प्रतिभावान प्लेयर सामने आए, जिससे यहां की शूटिंग टीम बनाई जा सके.

प्रो. एके जेटली, क्रीड़ा सचिव