आगरा. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर की विरासत को संवारना शुरू हो गया है. शुरुआत हेरिटेज सिटी के रूप में पहचान बनाने से हुई है. इसके तहत पुराने बाजार में 45 आवासों को चिह्नित कर काम शुरू कर दिया गया है. इन्हें मुगलिया लुक दिया जाएगा. 97.16 लाख के इस प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी एक प्राइवेट कंपनी को दी गई है

आगे के हिस्से को सुधारा जाएगा

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिन इमारतों का चयन किया गया है, उनके आगे के हिस्से की मरम्मत की जाएगी. इसके अलावा भवन पर उस आवास या ऐतिहासिक इमारत से जुड़ी जानकारियों का उल्लेख किया जाएगा. इमारत को गेरुआ रंग में रंगा जा रहा है. आगे के हिस्से में जालियां लगाई जा रहीं हैं. अधिकारियों का मानना है कि इससे शहर को हेरिटेज बनाने में तो मदद मिलेगी ही, साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.

भवन स्वामियों की होगी जिम्मेदारी

नगर निगम द्वारा सिटी की मुख्य पुरानी बिल्डिंग को एक रंग में रंगने के लिए फेसेड इंप्रूवमेंट ऑफ ट्रेडीशनल हाउसिंग प्रोजेक्ट तैयार किया गया था. इसी प्रोजेक्ट के तहत बिल्डिंग्स को एक रंग में रंगा जा रहा है. भवन स्वामियों की ये जिम्मेदारी रहेगी कि वे भवन की खूबसूरती को बरकरार रखें. मौजूदा समय में रावतपाड़ा एरिया में काम शुरू कर दिया गया है.

नगर निगम में गठित होगा हेरिटेज सेल

यूनेस्को में प्रस्ताव भेजने से पहले नगर निगम में हेरिटेज सेल का गठन किया जाएगा. ये सेल सिटी में मौजूद मॉन्यूमेंट के संरक्षण करने का काम करेगा. इसके बाद पीडब्ल्यूडी, एएसआई, पर्यटन विभाग एडीए, नगर निगम से एनओसी लेकर प्रस्ताव तैयार किया जाएगा. सेल के लिए फंड की व्यवस्था की जाएगी.

यहां की इमारतें भी चुनी जाएंगी

आगरा कैंट

पुरानी मंडी

सर्किट हाउस

खेरिया मोड़

माल रोड

इस कंपनी को दी जिम्मेदारी

मैसर्स गर्ग रिसफेसिंग एंड कंस्ट्रक्शन

इन क्षेत्रों से चुनी गई इमारतें

रावतपाड़ा

जौहरी बाजार

दरेसी

सेठ गली हनुमान मन्दिर आदि स्थान

कितनी पुरानी इमारतें

200 वर्ष

अभी कितने भवन चयनित

45

बजट

97.15 लाख

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर के पुराने बाजार में 45 इमारतों को चिह्नित किया गया है. इसके आगे के हिस्से का रीक्रिएशन किया जा रहा है. जिससे शहर को मुगलिया लुक दिया जा सके.

आरके सिंह,

नोडल प्रभारी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट