- बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में बर्फबारी, मैदानी क्षेत्रों में बारिश से बढ़ी ठिठुरन

- बर्फबारी के कारण गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे बंद, दो दर्जन गांवों की आवाजाही ठप

DEHRADUN: उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी से ठंड बढ़ गई है। शनिवार की रात से बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के साथ ही उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू हो गई। उत्तरकाशी में गंगा और यमुना घाटी के क्षेत्र बर्फ से पट चुके हैं। इससे जनजीवन भी प्रभावित हुआ है। भारी बर्फबारी के कारण गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे बंद हैं। इससे करीब दो दर्जन गांवों की आवाजाही ठप हो गई है। प्रशासन द्वारा मार्ग खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं।

आसमान में छाए रहे काले बादल

रविवार को सुबह से प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में घने बादल छाए रहे। कई इलाकों में बारिश की फुहारें भी पड़ी। इससे न्यूनतम तापमान में हालांकि वृद्धि हुई है, लेकिन सर्द हवाओं के चलने से ठंड बढ़ गई है। केदारनाथ में करीब दो फीट बर्फ जमा है। इससे दूसरे दिन भी पुनर्निर्माण कार्य प्रभावित रहे। मसूरी में रविवार सुबह बर्फ की हल्की फुहारें पड़ीं, हालांकि टिक नहीं पाई। उत्तरकाशी के हर्षिल में हिमपात में भी बर्फबारी हुई है। कुमाऊं की ऊंची चोटियां पर भी रविवार को दिनभर बर्फबारी होती रही। पौड़ी और रुद्रप्रयाग में बारिश के चलते लोग घरों से बाहर नहीं निकले।

याक की सवारी के साथ बर्फबारी का लुत्फ

चमोली जिले के उच्च हिमालयी क्षेत्रों के अलावा औली और गोरसों के अलावा अन्य पर्यटन स्थल भी बर्फ से लकदक हो गए हैं। औली में आधा फीट व गोरसों में एक फीट तक बर्फ जमी हुई है। बर्फबारी के बाद औली व गोरसों में पर्यटकों का तांता लगा हुआ है। देशी-विदेशी पर्यटक यहां की बर्फीली ढलानों में बर्फ के खेलों का भी आनंद ले रहे हैं। यहां पर बर्फबारी के बीच ही पर्यटक याक व घोड़े, खच्चरों में बैठकर भी यहां की प्राकृतिक सुंदरता को निहार रहे हैं। औली से नीचे सुनील गांव तक बर्फ की सफेद चादर बिछी हुई है।