kanpur@inext.co.inKANPUR : शहर समेत यूपी में चल रही पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान एसटीएफ ने सॉल्वर गैंग को पकड़कर सेंधमारी की कोशिश को नाकाम कर दिया है। एसटीएफ ने यह गुडवर्क एक विशेष सॉफ्टवेयर और आधार कार्ड से किया है। एसटीएफ सोर्सेज के मुताबिक सिर्फ एक सॉल्वर परीक्षा केंद्र में पहुंचने से पहले पकड़ा गया था। बाकी सभी सॉल्वर सॉफ्टवेयर की मदद से पकड़े गए। अब एसटीएफ आगे होने वाली भर्ती परीक्षाओं में भी इस तकनीक का यूज करेगी।

ट्रिक फोटोग्राफी से करते हैं 'खेल'

पुलिस भर्ती परीक्षा का फार्म आनलाइन भरा गया था। फार्म में आवेदक को अपनी सारी जानकारी के साथ ही आधार कार्ड नंबर भी भरना था। एसटीएफ से जुड़े सूत्र के मुताबिक सॉल्वर गैंग ने जिन परीक्षार्थियों को पास कराने का ठेका लिया था। परीक्षा फार्म में उस परीक्षार्थी की सारी जानकारी सही सही भरी गई थी। सिर्फ उनकी फोटो में खेल किया गया था। इन परीक्षार्थियों के फार्म में ट्रिक फोटोग्राफी से बनाई फोटो लगाई गई थी। यह परीक्षार्थी और सॉल्वर की फोटो मिलाकर बनाई जाती है। इसके लिए पहले परीक्षार्थी की फोटो सेव कर लिया जाता है। फिर सॉल्वर की फोटो से होठ, नाक और आंख को काटकर उसे परीक्षार्थी की फोटो पर रखकर उसको फोटोशॉप में मिक्स किया जाता है। इस तरह ऐसी फोटो बनती है। जो देखने में परीक्षार्थी और सॉल्वर दोनों की लगती है। इस फोटो को ही परीक्षार्थी के फार्म पर लगाया जाता है।

एसटीएफ ने की थी तैयारी

एसटीएफ को भनक थी कि परीक्षा में सॉल्वर बैठ सकते है। इसलिए एसटीएफ ने सभी सेंटर में परीक्षार्थियों के फार्म को चेक करने के लिए एक विशेष सॉफ्टवेयर लगाया था। केंद्र में परीक्षार्थी के बाये हाथ के अंगूठे का इंप्रेशन लिया गया था। जिसे सॉफ्टवेयर की मदद से परीक्षार्थी के आधार कार्ड से मिलाया गया। जिसमें बॉयोमैट्रिक की मिलान न होने से सॉल्वर की पहचान कर उसको गिरफ्तार कर लिया गया था।

 

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